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निर्दलीय उम्मीदवार को चुनाव जीतने के बाद कुंवारापन खत्म होने की आस

असम की बारपेटा लोकसभा सीट पर एक ऐसा निर्दलीय प्रत्याशी है जो न केवल चुनाव जीतने पर ही शादी करेगा बल्कि उसने अवैध प्रवासियों को भगाने, जिम खोलने और युवकों को शादी करने में मदद करने का वादा किया है.

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Symbolic photo
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असम की बारपेटा लोकसभा सीट पर एक ऐसा निर्दलीय प्रत्याशी है जो न केवल चुनाव जीतने पर ही शादी करेगा बल्कि उसने अवैध प्रवासियों को भगाने, जिम खोलने और युवकों को शादी करने में मदद करने का वादा किया है.

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66 वर्षीय कमालउद्दीन अब तक कुंवारे हैं और उन्होंने संकल्प ले रखा है कि जब तक वह चुनाव नहीं जीतते वह शादी नहीं करेंगे. अब तक वह सात चुनाव लड़ चुके हैं जिनमें चार विधानसभा चुनाव और दो जिला परिषद चुनाव हैं. यह उनका पहला लोकसभा चुनाव है और उनका मुकाबला वर्तमान सांसद कांग्रेस के इस्माइल हुसैन, बीजेपी के चंद्र मोहन पटवारी, अगप के फनी भूषण चौधरी और एआईयूडीएफ के सिराजुद्दीन अजमल जैसे उम्मीदवारों से हैं.

इस सीट पर 24 अप्रैल को मतदान होगा. कमालउद्दीन को इतने सालों तक कुंवारे रहने का कोई गम नहीं है लेकिन उन्हें आस है कि 16 मई शायद उनका कयामत का दिन साबित हो. उन्होंने कहा कि मैं निश्‍िचंत हूं कि लोग मुझे वोट देंगे और जीताएंगे.

उनके इस आत्मविश्‍वास के बारे में पूछे जाने पर चौथी पास उम्मीदवार ने कहा कि ऐसा इसलिए कि वह लंबे समय से लोगों से जुड़े रहे और उन्होंने उनकी समस्याएं दूर करने का निश्‍चय ले रखा है.

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