scorecardresearch
 

RJD-JDU मिलकर लड़ेंगे बिहार में विधानसभा चुनाव, नीतीश के नाम पर नहीं बनी सहमति

जनता परिवार के 'महागठबंधन' के बाद लालू और नीतीश के बीच की रार को सुलझाने के लिए मुलायम सिंह यादव के घर रविवार को बैठक हुई. बैठक में चुनाव के लिए 6 सदस्यीय कमेटी बनाई गई. कमेटी में 3-3 सदस्य आरजेडी और जेडीयू से होंगे. बिहार चुनाव आरजेडी और जेडीयू मिलकर लड़ेंगे. गठबंधन के नेतृत्व को लेकर बैठक में कोई फैसला नहीं हुआ.

Advertisement
X
जनता परिवार के अहम घटक (फाइल फोटो)
जनता परिवार के अहम घटक (फाइल फोटो)

जनता परिवार के 'महागठबंधन' के बाद लालू और नीतीश के बीच की रार को सुलझाने के लिए मुलायम सिंह यादव के घर रविवार को बैठक हुई. बैठक में चुनाव के लिए 6 सदस्यीय कमेटी बनाई गई. कमेटी में 3-3 सदस्य आरजेडी और जेडीयू से होंगे. बिहार चुनाव आरजेडी और जेडीयू मिलकर लड़ेंगे. गठबंधन के नेतृत्व को लेकर बैठक में कोई फैसला नहीं हुआ, नीतीश कुमार के नाम पर इस बैठक में सह‍मति नहीं बन पाई.

Advertisement

सूत्रों के मुताबिक, नीतीश कुमार गठबंधन के नेता हो सकते हैं, जबकि लालू यादव बोर्ड में शामिल हो सकते हैं.  आरजेडी के बोर्ड में न आने की स्थिति में जेडीयू कांग्रेस और एनसीपी समेत अन्य पार्टियों के साथ गठबंधन कर सकती है. लालू यादव अगर नीतीश के नेतृत्व स्वीकार कर लेते हैं तो ये संभव है कि आरजेडी को चुनाव में ज्यादा सीटें मिल सकती हैं.

इस बैठक से पहले नीतीश अचानक कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मिलने पहुंच गए. इस मुलाकात ने गठबंधन का पेंच और उलझा दिया है.  बैठक में शामिल होने के लिए नीतीश और लालू  दिल्ली पहुंचे. नीतीश और राहुल की मुलाकात पर लालू यादव ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. कांग्रेस नीतीश को मुख्यमंत्री के तौर पर प्रोजेक्ट करने को तैयार है लेकिन लालू मानने से पहले पूरी कीमत वसूलना चाहते हैं.

दिल्ली में भले ही जनता परिवार के नेतृत्व के लिए माथापच्ची हो रही हो, लेकिन लगता नहीं कि नीतीश झुकने के लिए तैयार हैं. बैठक से ठीक एक दिन पहले पटना की सड़कें नीतीश को बिहार के अगले CM के तौर पर प्रोजेक्ट करते पोस्टरों से पटे पड़े थे. जेडीयू ने पोस्टर पर सफाई देने की बजाय दो टूक कहा कि नीतीश सीएम के तौर पर लोगों की पहली पसंद हैं इसलिए पोस्टर छपवाए गए हैं.

Advertisement
Advertisement