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जयराम रमेश बोले, भाजपा ने बेहिसाब खर्च किया, पार्टियों के खर्च की ऑडिट हो

कांग्रेस के लिए चुनाव प्रचार को मुश्किल भरा बताते हुए पार्टी के सीनियर नेता और केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने कहा है कि लोकसभा चुनाव के लिए तूफानी प्रचार में खर्च के मामले में बीजेपी ने उनकी पार्टी को बहुत पीछे छोड़ दिया.

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जयराम रमेश
जयराम रमेश

कांग्रेस के लिए चुनाव प्रचार को मुश्किल भरा बताते हुए पार्टी के सीनियर नेता और केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने कहा है कि लोकसभा चुनाव के लिए तूफानी प्रचार में खर्च के मामले में बीजेपी ने उनकी पार्टी को बहुत पीछे छोड़ दिया. उन्‍होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के प्रचार में ‘बेहिसाब खर्च’ किया गया जबकि इसकी तुलना में कांग्रेस का खर्च मामूली है. उन्होंने हाल में संपन्न हुए चुनाव में किए गए खर्च की गंभीरता से ऑडिट करने की भी मांग की.

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रमेश ने कहा कि यह एक मुश्किल भरा प्रचार कार्य था क्योंकि बीजेपी ने खर्च के मामले में कांग्रेस को बहुत पीछे छोड़ दिया. उन्होंने कहा, 'बीजेपी के पीएम पद के उम्मीदवार ने जितना धन खर्च किया वह बहुत अधिक है. मुझे लगता है कि खर्च का यह बेहिसाब स्तर है. लेकिन स्पष्ट रूप से खर्च का हमारा स्तर मोदी की तुलना में बहुत कम है.

कपिल सिब्बल और आनंद शर्मा जैसे कांग्रेस के नेताओं ने आरोप लगाया है कि बीजेपी ने अपने चुनाव प्रचार में पांच से दस हजार करोड़ रुपये खर्च किए हैं जो भारतीय चुनाव के इतिहास में अभूतपूर्व है.

रमेश ने मंगलवार को यहां महिला प्रेस क्लब में मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए चुनाव प्रचार के दौरान बेतहाशा खर्च पर काबू पाने के लिए एक प्रस्ताव भी पेश किया और सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास निधि को समाप्त करने और इस राशि का इस्तेमाल चुनाव के लिए सरकार की ओर से धन मुहैया कराने के लिए किये जाने का सुझाव दिया. 7 अप्रैल को शुरू हुए और 12 मई को संपन्न हुए नौ चरणों के चुनाव में सरकार, राजनीतिक पार्टियों और उम्मीदवारों द्वारा कुल 30,000 करोड़ रुपया खर्च किए जाने का अनुमान है.

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प्रिंट मीडिया में पहले पन्‍ने पर बीजेपी के प्रचार अभियान का हवाला देते हुए रमेश ने कहा कि अखबारों में मोदी के विज्ञापन आपको यह कहानी बयां करेंगे कि कितना धन खर्च किया गया. उन्होंने कहा कि विधानसभा, संसदीय सीटों के लिए राजनीतिक पार्टियां करोड़ों रुपये खर्च कर रही हैं. इन हालात में सिर्फ बड़े ठेकेदार और रियल एस्टेट डेवलपर चुनाव लड़ सकते हैं. उन्होंने कहा, 'यदि आप मुझसे पूछते हैं कि क्या गंभीर ऑडिट होनी चाहिए तो मैं आपसे सहमत हूं.'

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