चुनाव आयोग (Election Commission) आज दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है. इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर में होने वाले उपचुनाव की तारीखों का भी ऐलान हो सकता है. चुनाव आयोग दोपहर दो बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर तारीखों का ऐलान करेगा. जम्मू-कश्मीर की बात करें तो नगरोटा और कश्मीर घाटी में बडगाम की 2 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं.
बीजेपी नेता देवेन्द्र सिंह राणा के निधन के बाद नगरोटा में उपचुनाव की जरूरत पड़ी. दिवंगत बीजेपी नेता देवेन्द्र सिंह राणा की बेटी देवयानी राणा अपने दिवंगत पिता के निर्वाचन क्षेत्र नगरोटा से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ सकती हैं.
वहीं, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला द्वारा बडगाम सीट खाली करने के बाद इस विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव होने हैं. उमर अब्दुल्ला 2024 के विधानसभा चुनावों में गंदेरबल और बडगाम दो सीटों से निर्वाचित हुए थे.
दिल्ली की 70 सीटों पर होने हैं चुनाव
दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों के लिए फरवरी महीने में चुनाव हो सकता है. कहा जा रहा है कि चुनाव एक चरण में हो सकता है. इस बार भी दिल्ली में आम आदमी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा.
इससे पहले सोमवार को चुनाव आयोग ने फाइनल वोटर लिस्ट जारी की थी. दिल्ली में इस बार कुल 1 करोड़ 55 लाख 24 हजार 858 वोटर हैं. चुनाव आयोग के मुताबिक, दिल्ली के चुनाव में इस बार कुल 1.55 करोड़ से ज्यादा वोटर्स होंगे. इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 83,49,645 जबकि महिला वोटर्स की संख्या 71,73,952 है. वहीं, थर्ड जेंडर की संख्या 1,261 है.
बता दें कि चुनाव आयोग ने दिल्ली के वोटर्स की आखिरी लिस्ट उस विवाद के बीच जारी की है, जिसमें वोटर लिस्ट से मतदाताओं के नाम हटाने के आरोप लगाए जा रहे थे. कुछ दिनों पहले पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बीजेपी पर वोटर लिस्ट से मतदाताओं के नाम हटाने के लिए अर्जियां दाखिल करने के आरोप लगाए थे.
यह भी पढ़ें: आज होगा दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान, दोपहर 2 बजे चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस
दिल्ली में कितने वोटर्स बढ़े?
दिल्ली में 2020 के विधानसभा चुनाव की तुलना में 7.26 लाख और 2024 के लोकसभा चुनाव की तुलना में 3.10 लाख वोटर्स बढ़ गए हैं. 2020 के चुनाव के वक्त दिल्ली में 1.47 करोड़ वोटर्स थे जबकि, पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव के समय दिल्ली में वोटर्स की संख्या 1.52 करोड़ से ज्यादा थी.
पिछले नतीजों पर एक नजर
दिल्ली में पिछले दो विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी 70 में से 60 से ज्यादा सीटें जीतकर सरकार बना बनाई. 2015 के चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 67 सीटें जीती थी. दिल्ली के इतिहास में ये पहली बार था, जब किसी पार्टी ने इतनी ज्यादा सीटें जीती थी. वहीं, 2020 के चुनाव में आम आदमी पार्टी को 62 सीटों पर जीत मिली थी और बची 8 सीटें बीजेपी के हिस्से आई थीं. कांग्रेस की बात करें, तो पिछले दो चुनावों पार्टी को एक भी सीट नहीं मिल सकी है.