चुनाव नजदीक आते ही नेताओं को जनता याद आ जाती है. जयप्रदा को भी याद आ गया रामपुर लेकिन पांच सालों से खफा रामपुर की जनता अपने नेता को देखकर उलझ पड़ी. जमकर तनातनी हुई. जयाप्रदा ने इसे अपने खिलाफ साजिश बताया.
समाजवादी पार्टी की सांसद जयाप्रदा को चुनाव नजदीक आते ही याद आया अपना संसदीय क्षेत्र रामपुर, तो पहुंच गईं दौरा करने लेकिन शायद जनता के ऊपर से जयाप्रदा के फिल्मी वादों का भूत उतर चुका था, तभी तो फूल मालाओं से स्वागत के बाद उनसे उलझ पड़े लोग. जमकर हुई नोंकझोंक.
गुस्साए लोगों को जयाप्रदा ने समझाने की बहुत कोशिश की लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. लिहाजा जयाप्रदा ने इसे अपने ऊपर हमला बता डाला. यही नहीं, नेताओं वाले गुण दिखाते हुए जयाप्रदा ने पब्लिक के इस गुस्से को अपनी सभा में जमकर भुनाया भी.
जयाप्रदा ने पूरे मामले की शिकायत एसपी से की है और लॉ एंड आर्डर का मसला भी उठाया है. इस घटना से साफ हो गया है कि इस बार रामपुर सीट से संसद की राह जयाप्रदा के लिए आसान नहीं होगी.