बिहार में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले जेडीयू को बड़ा झटका लगा है. मोकामा से विधायक अनंत सिंह ने पार्टी छोड़ दी है. बाहुबली विधायक सिंह अपहरण और हत्या के मामले में इस वक्त पटना के बेऊर जेल में बंद हैं. बताया जाता है कि उन्होंने पार्टी के अध्यक्ष शरद यादव को इस्तीफा भेज दिया है.
अनंत सिंह पर बाढ़ में चार युवकों के अपहरण और उनमें एक की हत्या का आरोप है. लोगों के बीच 'छोटे सरकार' के नाम से चर्चित अनंत सिंह को जून महीने में गिरफ्तार किया गया था. उनकी गिरफ्तारी के बाद से ही राज्य की सियासत में हलचल पैदा हो गई थी. मर्सिडीज से लेकर बग्घी तक की सवारी करने वाले अनंत सिंह को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का करीबी माना जाता है.
हालांकि, उनकी गिरफ्तारी को खुद सीएम नीतीश कुमार ने भी सियासी तौर पर खूब भुनाया. जेडीयू ने इसे अपराध के खिलाफ सरकार की सख्त नीति करार दिया.
नीतीश ने चुनाव जीतने के लिए लिया सहारा
साल 2005 पहली बार चुनाव जीतने वाले मोकामा के इस ‘डॉन’ की सरकार अलग ही चलती है. उसके खिलाफ कई आपराधिक मामले भी सामने आए, लेकिन सरकार के दबाव के चलते पुलिस उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर सकी. 2005 में लालू प्रसाद के खिलाफ चुनाव लड़ने के दौरान नीतीश ने बिहार को अपराधियों से मुक्त करने का वादा तो किया, लेकिन चुनाव जीतने के लिए अनंत का ही सहारा लिया.
सत्ता में आने के बाद बिहार में 80,000 से ज्यादा अपराधियों को अदालतों की ओर से दोषी करार दिया गया. हजारों अपराधी जेल भेजे गए, जिनमें लालू प्रसाद का करीबी मोहम्मद शहाबुद्दीन भी शामिल था. लेकिन अनंत सिंह को छूने की हिम्मत किसी में नहीं हुई. चुनाव जीतने के साथ ही अनंत सिंह ने खुद को बाहुबली के तौर पर स्थापित करने की कोशिश शुरू की.
...और जेल पहुंच गए अनंत सिंह
अनंत सिंह को लेकर समय का पहिया उस समय घूम गया, जब बीते 17 जून को पटना के बाढ़ बाजार क्षेत्र में चार युवकों ने एक महिला से छेड़छाड़ कर दी. इसको लेकर काफी हंगामा हुआ. आरोप है कि अनंत सिंह के इशारे पर उनके गुर्गों ने चारों युवकों को अगवा कर लिया. जिनमें से एक युवक की दर्दनाक तरीके से हत्या कर दी गई थी. अगले दिन उसका शव जंगल में पड़ा मिला था.
मामले में पुलिस ने कई आरोपियों को गिरफ्तार किया था और बाकी तीनों अपहृत युवकों को भी बरामद कर लिया. पूछताछ के दौरान आरोपियों ने खुलासा किया कि विधायक ने चारों युवकों को सबक सिखाने का आदेश दिया था, लेकिन वे बाकी युवकों को मारते इससे पहले ही पुलिस वहां पहुंच गई.