आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने अहमदाबाद में अपनी रैली में चार आरटीआई कार्यकर्ताओं को श्रद्धांजलि दे दी जबकि इनमें से तीन जीवित हैं.
केजरीवाल ने शनिवार को अपने भाषण के दौरान समाज के हित के लिए शहीद होने वालों में अमित जेठवा, भानू देवानी, जयसुख भमभानिया और मनीषा गोस्वामी का नाम लिया. केजरीवाल ने कहा, सबसे पहले मैं उन लोगों को श्रद्धांजलि देना चाहता हूं जिन्होंने बीते 10 वर्ष में गुजरात में भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ते हुए अपने प्राणों का बलिदान दिया. उन्होंने इन सभी को श्रद्धांजलि दी. चार दिन के दौरे के बाद केजरीवाल ने रोड शो किया और एक रैली को संबोधित किया.
उन्होंने जिन चार लोगों के नाम लिये उनमें से केवल जेठवा की मौत हो चुकी है. जेठवा की 20 जुलाई 2010 को गुजरात उच्च न्यायालय के सामने कथित रूप से खनन माफियाओं द्वारा हत्या कर दी गई थी. लेकिन अन्य तीन जीवित हैं. पोरबंदर जिले के एक वकील देवानी (64) ने कहा, मुझ पर तीन वर्ष पहले हमला हुआ था लेकिन अब मेरा स्वास्थ्य अच्छा है और भ्रष्टाचार के खिलाफ मेरी लड़ाई जारी है.
देवानी ने कहा, मैं जल्द ही आप में शामिल होने जा रहा हूं. केजरीवाल हम जैसे आरटीआई कार्यकर्ताओं को अच्छा नेतृत्व दे सकते हैं. पोरबंदर में देवानी को 25 जुलाई 2011 को पांच छह लोगों ने कार से बाहर निकालकर पेट में चाकू मार दिया था लेकिन वह बच गये थे.
जयसुख भमभानिया (42) ने कहा, मैं भाग्यशाली हूं कि 24 अगस्त 2011 को हमले में जिंदा बच गया था. मेरे द्वारा एक रेस्तरां के निर्माण और आरटीआई द्वारा बाइक वेंडरों को फर्जी लाइसेंस देने के संबंध में आरटीआई आवेदन दायर करने पर मुझ पर नाकाम तेजाब हमले के बाद तलवारों और पाइपों से हमला हुआ.
मनीषा गोस्वामी पर 21 सितंबर 2011 को हमला हुआ था क्योंकि उन्होंने एक निजी फर्म द्वारा पर्यावरण मंजूरी लेने से संबंधित जानकारी के लिए आवेदन दायर किया था.