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वाराणसी में केजरीवाल भी खेलेंगे 'हिंदू कार्ड'

आदमी पार्टी नेता अरविंद केजरीवाल के वाराणसी आगमन का शुभारंभ,बैक टू बैक, मंदिरों में माथा टेक कर होगा. 25 मार्च को वाराणसी में अपनी रैली से पहले अरविंद केजरीवाल काल भैरव मंदिर जाएंगे. फिर काशी विश्वनाथ मंदिर जाएंगे. इसके बाद चंदन-टीका लगाए अरविंद बेनियाबाग जाने के लिए रोड शो करते हुए उन रास्तों से गुजरेंगे जहां मूल बनारसी रहते हैं.

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अरविंद केजरीवाल की फाइल फोटो
अरविंद केजरीवाल की फाइल फोटो

आदमी पार्टी नेता अरविंद केजरीवाल के वाराणसी आगमन का शुभारंभ,बैक टू बैक, मंदिरों में माथा टेक कर होगा. 25 मार्च को वाराणसी में अपनी रैली से पहले अरविंद केजरीवाल काल भैरव मंदिर जाएंगे. फिर काशी विश्वनाथ मंदिर जाएंगे. इसके बाद चंदन-टीका लगाए अरविंद बेनियाबाग जाने के लिए रोड शो करते हुए उन रास्तों से गुजरेंगे जहां मूल बनारसी रहते हैं.

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मिश्रित आबादी वाले बेनियाबाग के ऐतिहासिक राजनारायण पार्क में उनकी रैली होनी है. हालांकि, प्रशासन ने मैदान की क्षमता के अनुरूप 20 हजार लोगों की ही अनुमति दी है.

बेनियाबाग के मैदान में 16वें लोकसभा चुनाव की पहली सभा अरविंद केजरीवाल की होगी. यह वही मैदान है, जहां सबसे पहले 1951-52 में सरदार वल्लभ भाई पटेल ने सभा को संबोधित किया था. इसके बाद तो जवाहर लाल नेहरू, लोकनायक जयप्रकाश नारायण, अटल विहारी वाजपेयी, इंदिरा गांधी, चौधरी चरण सिंह, लोकबंधु राजनारायण, वीपी सिंह से लेकर राजीव गांधी और सोनिया व राहुल गांधी भी सभा कर चुके हैं.

बेनियाबाग मैदान को सियासी पारा नापने का पैमाना माना जाता है. यहां सबसे यादगार सभा 31 दिसंबर 1979 को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हुई थी. शाम को इंदिरा गांधी को यहां जनसभा को संबोधित करने आना था, लेकिन आईं दूसरे दिन सुबह. ठंड के बावजूद पूरी रात मैदान में भीड़ डटी रही थी.

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अरविंद तीसरे पीएम कैंडिडेट होंगे जो इस चुनावी मौसम में बाबा विश्वनाथ के दरबार में उनसे आशीर्वाद मांगने पहुंचेंगे. सबसे पहले बनारस की रैली में आए बीजेपी के पीएम कैंडीडेट नरेंद्र मोदी बाबा के दरबार में पहुंचे थे. राहुल गांधी फरवरी में बाबा से अशीर्वाद मांगने गए थे. अरविंद केजरीवाल भी पहले बनारस आ चुके हैं, लेकिन बाबा के पास नहीं गए थे.

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