चुनाव आयोग ने गुरुवार को कहा कि आप नेता अरविंद केजरीवाल ने गुजरात में बुधवार को अपना रोड शो करने से पहले पुलिस की पूर्व अनुमति नहीं लेकर प्रथमदृष्टया आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया.
चुनाव आयुक्त एचएच ब्रह्मा ने कहा कि अगर कानून की बात की जाए तो केजरीवाल ने आचार संहिता का उल्लंघन किया. उन्होंने कहा कि पूरे देश को पता था कि बुधवार सुबह चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा की जा चुकी है और आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है. ब्रह्मा ने कहा कि उपायुक्त की रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने केजरीवाल को यह पता लगाने के लिए रोका था कि उन्होंने अपना रोड शो करने से पहले अनुमति ले ली है या नहीं.
पाटन के पुलिस अधीक्षक परीक्षित राठौड़ ने कहा था कि केजरीवाल को हिरासत में नहीं लिया गया. चूंकि चुनाव की तारीखें घोषित हो चुकीं थीं इसलिए हम आदर्श आचार संहिता का पालन सुनिश्चित करना चाहते थे और चाहते थे कि पूर्व अनुमति ली जाए. इसलिए हम उन्हें इस बारे में जानकारी देने थाने में ले गए.
केजरीवाल को हिरासत में लिए जाने की खबरों से बुधवार को दिल्ली, लखनऊ और अहमदाबाद में आप और बीजेपी के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई थी. गुजरात के एक गांव में केजरीवाल की कार पर हमला किया गया और उसका शीशा टूट गया, जिसके बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं और केजरीवाल के काफिले में चल रहे आप कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई.
ब्रह्मा ने कहा कि चुनाव आयोग सुनिश्चित करेगा कि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं हो. उन्होंने कहा कि हम सख्ती से कानून का पालन करेंगे. हम राजनीतिक दलों से अनुरोध करते हैं कि कड़ी भाषा और कार्रवाई का इस्तेमाल नहीं करें.