आम आदमी पार्टी के नेता और मशहूर कवि कुमार विश्वास अपने बयानों के कारण अक्सर चर्चा में रहते हैं. बीजेपी ने शनिवार को ही उनके एक बयान पर शिकायत दर्ज कराई थी. इस बीच दिल्ली के नरेला विधानसभा में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए विश्वास ने बीजेपी नेताओं की जमकर खिल्ली उड़ाई.
नरेला के मेट्रो विहार में अरविंद केजरीवाल की सभा में विश्वास ने बीजेपी नेताओं पर जमकर व्यंग्य बाण छोड़े. कुमार विश्वास यहां अपने कवि अवतार में दिखे. उन्होंने बीजेपी के सभी नेताओं पर जमकर चुटकी ली. विश्वास ने कवि सम्मेलन का माहौल बनाते हुए लोगों को उस प्रेस कॉन्फ्रेंस की याद दिलाई, जिसमें किरण बेदी को बीजेपी में शामिल किया गया था.
उन्होंने कहा, 'प्रेस कॉन्फ्रेंस करने के बाद दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष सतीश उपाध्याय का चेहरा देखकर ऐसा लग रहा था जैसे दुल्हे ने कोट सिलवा लिया लेकिन घोड़ी भाग गई. वो यही नहीं रुके. उन्होंने हर्षवर्धन के बारे में कहा कि हर्षवर्धन के चेहरे से हर्ष गायब था. जगदीश मुखी उस वक्त जगदीश दुखी दिखाई दे रहे थे. विश्वास ने बीजेपी को कालियों की फौज कहा तो खुद को और केजरीवाल को शोले का जय-वीरू बताया.
नरेला की जनसभा में कुमार विश्वास ने प्रधानमंत्री मोदी को भी नहीं बक्शा. उन्होंने मोदी की जमकर नकल उतारी. विश्वास ने कहा जब बीजेपी को अपनी पार्टी में कोई ईमानदार व्यक्ति नहीं मिला तो हमारी टीम से ले गए और उन्हें CM का उम्मीदवार घोषित कर दिया. कुमार विश्वास पूरे रंग में थे और किसी को भी बक्शने के मूड में नहीं थे. उन्होंने कहा कि ऐसा पहली बार हो रहा है कि देश का प्रधानमंत्री अपना काम छोड़ खुद दिल्ली की गलियों में घूम रहा है.
मीडिया पर भी तंज कसते हुए विश्वास ने कहा, 'ये यहां इसलिए आए हैं कि मैं कुछ बोलूं और ये शाम को टीवी पर चलाएं, फिर फिसली जुबान.' उन्होंने कहा, 'ओबामा की यात्रा में केजरीवाल को न्योता इसलिए नहीं मिला क्योंकि बीजेपी वाले डर गए थे. उन्हें डर था ओबामा, केजरीवाल से हाथ न मिला ले.'