बिहार चुनाव में नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है. एक ओर जहां बीजेपी के नेता बयानों के तीर छोड़ रहे हैं तो वहीं महागठबंधन भी पीछे हटता नहीं दिख रहा. चकई रैली में लालू प्रसाद ने बीजेपी को राक्षसों की सेना कहा तो वहीं नीतीश की सभा में जूता दिखाने पर बोले शरद यादव ने कहा कि 1 जूते से एक लाख वोट बढ़ेंगे.
दरअसल नीतीश कुमार की एक रैली में मोदी-मोदी के नारे लगे थे और उन्हें जूते भी दिखाए गए. इस पर जेडीयू अध्यक्ष शरद यादव ने कहा कि बीजेपी को ये काम करते रहना चाहिए, इससे देश की जनता के सामने उनका असली चेहरा आएगा. उन्होंने कहा- एक चप्पल दिखाने से 1000 वोट बढ़ेंगे और उनके एक जूता दिखाने से हमें एक लाख वोट ज्यादा मिलेंगे.
'मोदी-अमित शाह बोलते तो जरूर जवाब देता'
बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह को उन्होंने नौसिखिया करार दिया और कहा कि देश के संविधान में लिखा है कि कोई भी क्यों मुख्यमंत्री बन सकता है. यादव ने कहा, 'अगर यही सवाल नरेंद्र मोदी या अमित शाह ने उठाया होता तो मैं जवाब जरूर देता. इस आदमी (गिरिराज) को मैं उस लायक नहीं समझता.'
लालू यादव का बचाव किया
भाषण में जातिगत बात करके चुनाव आयोग के रडार में आए आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद का बचाव करते हुए शरद यादव ने कहा कि उनके कहने का मतलब यह था कि बिहार की लड़ाई पिछड़ी जातियों और अगड़ी जातियों के बीच है. उन्होंने कहा, 'लालूजी ने कहा है कि गरीब तबका विकास के लिए एक हो जाए. मोदी ने मुजफ्फरपुर रैली में यदुवंशियों की बात कही थी, उन पर भी ध्यान दीजिए.'
'देश की हकीकत है जाति'
जेडीयू अध्यक्ष ने कहा कि देश में जाति एक हकीकत है. विकास और जाति दोनों महत्वपूर्ण हैं. जो लोग कहते हैं कि जात-पात नहीं होना चाहिए वो लोग झूठे हैं.