आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद ने आरक्षण के मुद्दे पर एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर निशाना साधा है. यही नहीं, उन्होंने पीएम को दलित विरोधी बताते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को सामाजिक नफरत फैलाने वाली फैक्ट्री बताया.
गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन कर लालू प्रसाद ने कहा, 'मोहन भागवत के आरक्षण वाले बयान पर प्रधानमंत्री चुप क्यों हैं. उनकी चुप्पी यह बताती है कि वह आरक्षण के मुद्दे पर भागवत का मौन समर्थन करते हैं. मोदी अपने गुरु मोहन भागवत के बयान की निंदा करें.'
लालू प्रसाद ने कहा कि नरेंद्र मोदी आबादी के हिसाब से आरक्षण दें. जिसकी जितनी आबादी, उतना हिस्सा दें और आरक्षण बढाएं. निजी क्षेत्रों में भी आरक्षण दें.
...तो भागवत क्यों नहीं उठाते मैला
मोदी की किताब के अंश को दिखाते हुए लालू ने कहा, 'मोदी जी शुरू से ही दलित विरोधी हैं. उनकी पुस्तक कर्मयोग में लिखा है कि सिर पर मैला दलित अपनी मर्जी से ढोता है. उसमें उसे आध्यात्मिक सुख मिलता है. अगर ये आध्यात्मिक सुख है तो ये सुख भागवत क्यों नहीं उठाते.'
आरजेडी प्रमुख ने गोलवलकर की किताब 'बंच ऑफ थाउट्स' का जिक्र करते हुए कहा कि इसमें दलित विरोधी बातें लिखी हैं. लालू ने कहा, 'आरएसएस मंदिरों में दलितों के प्रवेश के खिलाफ है और यह बात इस किताब में लिखी है. आरएसएस सामाजिक नफरत फैलाने की फैक्ट्री है.'
पीएम बनना चाहते हैं अमित शाह
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को 'नरभक्षी' बताते हुए लालू ने कहा , 'अमित शाह आए हैं, नरभक्षी साहेब. मोदी प्रायश्चित करें. मोदी हारेंगे और अमित शाह उनकी जगह पीएम बनना चाहते हैं.' बीजेपी के नेताओं को आइटम बताते हुए लालू ने कहा कि अलग-अलग आइटम नेता अलग-अलग चीज देने का वादा कर रहे हैं.
दूसरी ओर, राहुल गांधी के लालू प्रसाद का नाम नहीं लेने के सवाल पर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, 'दुनिया नाम ले रही है. कोई ले या न ले.