लोकसभा चुनाव के नौवें एवं अंतिम चरण में होने वाले मतदान को लेकर क्षेत्र में चल रहा प्रचार शनिवार शाम थम गया. इस चरण में सोमवार को राज्य के छह संसदीय क्षेत्रों वाल्मिकीनगर, पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, वैशाली, गोपालगंज और सीवान में मतदान कराए जाएंगे.
इस चरण में पांच महिला उम्मीदवारों सहित कुल 90 उम्मीदवारों की राजनीतिक किस्मत का फैसला 90 लाख मतदाता करेंगे. इस चरण में कई ऐसे भी राजनीतिक दिग्गज चुनाव मैदान में हैं, जिनके सियासी भविष्य का फैसला इस बार के चुनाव परिणाम से होगा. अंतिम चरण में जिन प्रत्याशियों का भविष्य दांव पर लगा है, उनमें फिल्म निर्देशक प्रकाश झा, पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह, डॉ़ संजय जायसवाल, हिना साहेब, अन्नु शुक्ला, राधामोहन सिंह और पूर्णमासी राम प्रमुख हैं.
अंतिम चरण में 90 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला 90,51,952 मतदाता करेंगे, जिनके लिए क्षेत्र में 8,582 मतदान केंद्र बनाए गए हैं.
'राजनीति' और 'गंगाजल' जैसी फिल्मों के निर्देशक प्रकाश झा इस बार फिर से पश्चिचम चंपारण सीट से राजनीति में भाग्य आजमा रहे हैं. झा इससे पहले भी चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन दो चुनाव वह हार गए थे. बीजेपी के संजय जायसवाल को इस चुनाव में जेडीयू के प्रकाश झा से कड़ी टक्कर मिल रही है, वहीं राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के रघुनाथ झा ने अपने सियासी राजनीतिक अनुभव और जातीय समीकरण को लेकर मुकाबले को त्रिकोणत्मक कर दिया है. यहां से कुल 12 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं.
किस सीट पर कौन है कैंडिडेट
इस चरण में सबसे हॉट सीट वैशाली बनी हुई है. यहां से आरजेडी के दिग्गज नेता रघुवंश प्रसाद सिंह एकबार फिर संसद में अपनी छठी पारी खेलने को लेकर ताल ठोंक
रहे हैं, परंतु इस चुनाव में सिंह चतुष्कोणीय मुकाबले में फंसे हैं. यहां मुख्य मुकाबला रघुवंश सिंह, बीजेपी समर्थित लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के रामकिशोर सिंह,
जेडीयू के विजय कुमार सहनी और निर्दलीय प्रत्याशी अन्नु शुक्ला के बीच है. इस सीट से कुल 22 प्रत्याशी चुनावी मैदान में खम ठोंक रहे हैं.
इस चुनाव में सीवान सीट पर भी सभी की नजर बनी हुई है. देश के प्रथम राष्ट्रपति राजेन्द्र प्रसाद की जन्मभूमि सीवान की लड़ाई में इस बार कहने को तो 13 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला बीजेपी के ओम प्रकाश यादव, आरजेडी प्रत्याशी हिना साहेब, जेडीयू के मनोज कुमार सिंह और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) के अमरनाथ यादव के बीच माना जा रहा है. यहां चुनाव प्रचार थम अवश्य गया है, परंतु चुनावी सरगर्मी तेज है.
बिहार की गोपालगंज सीट पर इस चुनाव में मुकाबला कांटे का है. बीजेपी के जनक राम को कांग्रेस और आरजेडी की उम्मीदवार डॉ़ ज्योति भारती से कड़ी टक्कर मिल रही है, वहीं जेडीयू के अनिल राम, नीतीश के सुशासन के भरोसे यह सीट जेडीयू की झोली में डालना चाह रहे हैं. यहां से कुल 14 प्रत्याशी चुनावी अखाड़े में हैं.
पूर्वी चंपारण संसदीय क्षेत्र की बात करें तो यहां भी त्रिकोणीय संघर्ष के आसार नजर आ रहे हैं. बीजेपी के राधामोहन सिंह पांचवीं बार संसद में जाने को लेकर एड़ी-चोटी का जोर लगाए हुए हैं, जबकि उनकी राह में रोड़े जेडीयू के अविनाश सिंह और राजद के विनोद कुमार श्रीवास्तव अटका रहे हैं. पूर्वी चंपारण सीट पर कुल 15 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं.
वाल्मिकीनगर में बीजेपी के प्रत्याशी सतीश चंद्र दूबे को नरेन्द्र मोदी की लहर का भरोसा है, जबकि कांग्रेस के पूर्णमासी राम को जातीय समीकरण भरोसा है. वहीं जेडीयू प्रत्याशी नीतीश के सुशासन के भरोसे अपनी चुनावी नैया पार करने की जुगत में लगे हैं. यहां से कुल 14 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं.
अंतिम चरण को लेकर सभी राजनीतिक दलों ने चुनाव प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. चुनाव प्रचार के अंतिम दिन आरजेडी के लालू प्रसाद, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, बीजेपी के सुशील मोदी, मंगल पांडेय ने मतदाताओं को आकर्षित करने का प्रयास किया. इस चरण के लिए बीजेपी ने नरेन्द्र मोदी, राजनाथ सिंह, शिवराज सिंह जैसे स्टार प्रचाराकों से जनसभाएं कराई तो कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल ने भी संयुक्त प्रगतिशील गंठबंधन (संप्रग) के उम्मीदवारों के लिए वोट मांगे.