बिहार के तीन संसदीय सीटों के 30 मतदान केंद्रों पर हुए पुनर्मतदान में 57.3 फीसदी वोटिंग हुई. मतदान शांतिपूर्ण तरीके से पूरा हुआ. कटिहार, बांका, सुपौल में 24 तारीख को वोट डाले गए थे. लेकिन ईवीएम की गड़बड़ी की वजह से यहां के कुल 30 मतदान केंद्रों पर दोबारा वोटिंग कराई गई. इन सभी सीटों पर रविवार सुबह सात बजे से दोपहर तीन बजे तक वोट डाले गए.
अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी आर लक्ष्मणन ने जानकारी दी कि कटिहार में 22 मतदान केंद्रों पर सबसे ज्यादा 59 प्रतिशत मतदान हुआ. इसके बाद बांका के छह मतदान केंद्रों पर 56.59 फीसदी और सुपौल के दो मतदान केंद्रों पर 56 प्रतिशत वोटिंग हुई.
इस बीच चुनाव आयोग ने चौथे चरण के मतदान की तैयारियां शुरू कर दी हैं. 30 अप्रैल को बिहार में सात सीटों पर वोटिंग होगी. उत्तर प्रदेश कैडर के 1989 बैच के आईएएस अधिकारी संजय भुसरेड्डी को महाराजगंज और सारण लोकसभा क्षेत्रों के लिए विशेष पर्यवेक्षक नियुक्त किया है. इस चरण में मधुबनी, झंझारपुर, दरभंगा, समस्तीपुर, मधेपुरा, बेगूसराय और खगड़िया में मतदान होने हैं. इसी दौरान साहेबपुर कमाल विधानसभा क्षेत्र के लिए भी उपचुनाव होने हैं. यहां से जदयू विधायक परवीन अमानुल्लाह ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है.
लक्ष्मणन ने कहा कि चुनाव आयोग ने मधेपुरा संसदीय क्षेत्र के तहत महिषी विधानसभा क्षेत्र में मतदान का समय कम करने का फैसला किया है. इसके साथ ही खगड़िया संसदीय सीट के सिमरी बख्तियारपुर और अलौली में भी मतदान का समय दो घंटे कम किया गया है. सुरक्षा कारणों से मतदान के समय में कमी की गयी है. इन इलाकों में समय सुबह सात बजे से शाम चार बजे तक ही वोटिंग होगी.