लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस उम्मीदवारों की सूची पर सबकी निगाहें हैं. पर सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या राहुल गांधी दागी नेताओं को टिकट मिलेगा या नहीं.
पार्टी में आते ही क्रिकेटर मोहम्मद कैफ और एक्टर रवि किशन को चुनाव मैदान में उतार दिया गया. वंशवाद के खिलाफ माहौल के बावजूद असम के मुख्यमंत्री के बेटे गौरव गोगोई को भी टिकट मिल गया. अमेठी में कांग्रेस को मजबूत करने के लिए पहले संजय सिंह को राज्यसभा भेजने का फैसला किया गया, फिर सुलतानपुर से उनकी पत्नी को टिकट दे दिया गया. दागी पप्पू यादव की पत्नी रंजीता रंजन को बिहार के सुपौल से टिकट दिया गया है.
अब राहुल के बड़े दावों की असली परख होगी. सूत्रों के मुताबिक कॉमनवेल्थ घोटाले में आरोपी सुरेश कलमाड़ी को पार्टी टिकट नहीं देना चाहती. हालांकि अशोक चह्वाण की अब तक की जांच के बाद पार्टी उन्हें दोषी नहीं मानती. इसलिए उनको या उनकी पत्नी को टिकट देने पर विचार हो रहा है.
आरोपों के चलते मंत्री पद से इस्तीफा देने को मजबूर किए गए सुबोधकांत सहाय की जगह रांची से दूसरा मजबूत उम्मीदवार ढूंढने में पार्टी को मुश्किल पेश आ रही है. हालांकि रेलगेट वाले मामले के बाद भी पवन बंसल को पार्टी दागी नहीं मानती. चंडीगढ़ से उनका टिकट बरकरार रखा जा सकता है.
इसके अलावा दिल्ली में कुछ जगहों पर नए उम्मीदवार उतारने को लेकर माथा पच्ची जारी है. कुछ केंद्रीय मंत्री सीट बदलना चाहते हैं तो चिदंबरम, जीके वासन और जयंती नटराजन जैसे नेता डीएमके से तालमेल होने की सूरत में चुनाव लड़ने के इच्छुक नहीं हैं. अगर राजनाथ लखनऊ से लड़े तो वहां से राज बब्बर को उतारा जा सकता है. रीता बहुगुणा जोशी को इलाहाबाद से मैदान में उतारा जा सकता है.