महाराष्ट्र व हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों ने आखिरकार यह साबित कर दिया है कि नरेंद्र मोदी का जादू अभी भी पब्लिक के सिर चढ़कर बोल रहा है. दोनों ही राज्यों में जनता ने मोदी के वादों पर भरोसा करके विकास के नाम पर वोट दिया. हरियाणा में बीजेपी ने बहुमत हासिल कर लिया. महाराष्ट्र में भी वह सत्ता के बेहद करीब पहुंच चुकी है. अमित शाह ने कहा- महाराष्ट्र में BJP की ही सरकार बनेगी
बीजेपी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में तो अपने बूते स्पष्ट बहुमत लाकर इतिहास ही रच दिया है. बीजेपी ने दावा किया है कि वह महाराष्ट्र में भी सरकार बनाएगी और सीएम भी उसका ही होगा. महाराष्ट्र चुनाव: किसी को मिली जीत, तो किसी को मिली करारी हार
दूसरी ओर, हरियाणा तथा महाराष्ट्र, दोनों ही राज्यों में कांग्रेस की बुरी गत हुई है, जहां वह क्रमश: 15 और 10 सालों से शासन कर रही थी. ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ के अभियान पर दो कदम और बढ़े मोदी
महाराष्ट्र में सरकार गठन का मामला दिलचस्प
288 सीटों वाले महाराष्ट्र विधानसभा में बीजेपी 122 सीटें जीतने में कामयाब रही है, जबकि बहुमत के लिए 145 सीटों की जरूरत है. वहीं, NCP ने 41 सीटें जीती हैं और उसने बीजेपी को समर्थन देने का ऐलान किया है.
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने दिल्ली में घोषणा की कि पार्टी महाराष्ट्र में सरकार बनाएगी, लेकिन कैसे, इस पर बाद में निर्णय होगा. शाह ने मीडियाकर्मियों से कहा, 'NCP ने बीजेपी को बाहर से समर्थन की पेशकश की है. बीजेपी संसदीय समिति इस मामले में अंतिम फैसला लेगी.'
बीजेपी के सीनियर लीडर लालकृष्ण आडवाणी ने कहा, 'मुझे उम्मीद है कि बीजेपी व शिवसेना साथ आएंगे.'
शिवसेना ने खुले रखे हैं सभी विकल्प
शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने दावा किया है कि उनकी पार्टी के लिए सभी विकल्प खुले हैं, लेकिन वे इसका खुलासा नहीं करेंगे. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा, 'यदि बीजेपी कोई प्रस्ताव देती है, तो हम उस पर विचार करेंगे.'
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि दो राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे इस बात के सबूत हैं कि मोदी लहर लगातार सुनामी बनी हुई है और यह मुकाबले में सभी को पछाड़ सकती है.
इससे पहले, महाराष्ट्र के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र फड़नवीस ने मीडिया से कहा था कि शिवसेना से अभी कोई बातचीत नहीं हुई है, यदि जरूरत पड़ी तो आशा है कि हमारे मित्र हमें समर्थन देंगे. शिवसेना के नेता अनिल देसाई ने कहा कि उनकी पार्टी व बीजेपी के बीच कटुता इतिहास का विषय था.
हरियाणा में पहली बार बीजेपी को स्पष्ट बहुमत
हरियाणा में पहली बार बीजेपी को स्पष्ट बहुमत मिला है. मुख्यमंत्री पद के लिए उम्मीदवार के नाम पर चर्चा चल रही है. बीजेपी 90 सीटों वाले विधानसभा में कुल 47 सीटें जीतने में कामयाब रही. पार्टी प्रदेश में पहली बार सरकार बनाएगी. पार्टी को 33.2 फीसदी मत मिले.
राज्य में मुख्यमंत्री पद को लेकर बीजेपी पार्लियामेंट्री पार्टी कमेटी की दिल्ली में रविवार शाम बैठक हुई. बैठक के दौरान मुख्यमंत्री पद के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता मनोहर लाल खट्टर, प्रदेश बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष राम बिलास शर्मा व बीजेपी के प्रवक्ता अभिमन्यु के नामों की चर्चा हुई. मुख्यमंत्री पद की दौड़ में केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज, राव इंद्रजीत सिंह व कृष्ण पाल गुर्जर जैसे नेताओं के नामों की भी चर्चा है. साथ ही कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए बीरेंद्र सिंह भी इस दौड़ में शामिल हैं.
पार्टी के वरिष्ठ सूत्रों ने कहा कि हरियाणा में नई सरकार का शपथ ग्रहण दिवाली के पहले इसी सप्ताह होगा.
हरियाणा में हुड्डा ने कबूली हार
निवर्तमान मुख्यमंत्री कांग्रेस के भूपिंदर सिंह हुड्डा ने राज्य में अपनी हार स्वीकार कर ली है. हुड्डा ने अपना इस्तीफा राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी को सौंप दिया है, जो नई सरकार के गठन का रास्ता साफ करेंगे. कांग्रेस की हार स्वीकारते हुए हुड्डा ने कहा, 'यह जनादेश है. मैं इसे स्वीकार करता हूं और नई सरकार को शुभकामनाएं देता हूं.'
हरियाणा में 2009 में हुए विधानसभा चुनाव में मात्र चार सीटें जीतने वाली बीजेपी द्वारा इस चुनाव में बहुमत लाना एक बड़ी उपलब्धि है. हरियाणा में वह 16 सीटों से ज्यादा कभी नहीं जीत पाई थी.
बीजेपी के हरियाणा प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, 'हरियाणा की जनता बदलाव चाहती थी. हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने काफी मेहनत की है. हमारी सफलता का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को जाता है.'
बीजेपी में कई नेताओं के मुख्यमंत्री पद की होड़ में होने को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में विजयवर्गीय ने कहा, 'पार्टी मिलकर अगले मुख्यमंत्री पर विचार करेगी. उम्मीदवार वह शख्स होगा, जो हरियाणा के सभी वर्गो को स्वीकार्य होगा.'
पार्टी की हार के बाद INLD नेता अभय चौटाला ने मीडिया से कहा, 'हम इस बात की समीक्षा करेंगे कि गलती कहां हुई है. हम नए सरकार को शुभकामना देते हैं, क्योंकि जनता ने बीजेपी को जनादेश दिया है. हरियाणा के विकास के लिए हम सरकार को समर्थन देंगे.'
गौरतलब है कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में रिकॉर्ड 76.54 फीसदी मतदान हुआ था.