देश की सत्ता संभालने जा रही नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार क्या भारत पाकिस्तान के बीच क्रिकेट रिश्ते खत्म कर देगी. यह सवाल इसलिए उठा है क्योंकि एनडीए के प्रमुख साझेदार शिवसेना के मुखिया उद्धव ठाकरे ने आज दिल्ली में इस आशय की बात कही.
ठाकरे के मुताबिक पाकिस्तान के साथ क्रिकेट रिश्तों पर रोक लगनी चाहिए. उद्धव के पिता बाल ठाकरे भी पड़ोसी मुल्क के साथ इस आधार पर क्रिकेट रिश्ते खत्म करने की वकालत करते रहे हैं क्योंकि पाकिस्तान हमारे यहां आतंकवादी भेजता रहा है. उसी लाइन पर उद्धव ने कहा कि पाकिस्तान हमारे यहां घुसपैठ करता है. हमारे सैनिक मारता है. ऐसे में हम उनके साथ खेल खेलें, यह कैसे उचित है. ठाकरे ने कहा कि यह हमारी राय है और शायद आपकी भी होगी. उनके मुताबिक पाकिस्तान के साथ जैसे को तैसा वाला रिश्ता रहेगा. अच्छे काम का अच्छा जवाब और बुरे काम का बुरा.
गौरतलब है कि पिछले सप्ताह ही पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने कहा था कि अगले साल से भारत के साथ टेस्ट सीरीज खेली जाएगी. पीसीबी के मुताबिक उसने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड से इस आशय का समझौता किया है. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के सीईओ सुभान अहमद ने एक समाचार एजेंसी को यह बताया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान 2015 से 2023 के बीच भारत के साथ 6 सीरीज खेलेगा, जिसमें से चार पाकिस्तान में होंगी.
पिछले महीने यह रिपोर्ट आई थी कि दोनों देशों के बीच पूरी सीरीज अगले साल खेली जाएगी. पाकिस्तान ने आईसीसी में भारत का समर्थन करने के एवज में यह शर्त रखी थी. आईसीसी के ढांचे में बदलाव से भारत के अधिकार बढ़ जाएंगे. अहमद ने बताया कि छह सीरीज में 14 टेस्ट मैच, 30 वन डे और 12 टी 20 मैच होंगे.
पाकिस्तान चाहता है कि इनके बारे में कानूनी दस्तावेज बनें ताकि बाद में भारत इनसे मुंह न मोड़ ले. पाकिस्तान चाहता है कि पहली सीरीज उसकी धरती पर हो, लेकिन अगर वहां सुरक्षा इंतजाम अच्छे नहीं रहे तो मैच संयुक्त अरब अमीरात में होंगे. 2009 मार्च में श्रीलंका क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों के बस पर हमले के बाद से पाकिस्तान में कोई भी इंटरनेशनल मैच नहीं हुआ है.
दिल्ली आकर बहुत आनंद मिला
नरेंद्र मोदी को एनडीए का नेता चुनने के लिए राजधानी में हुई गठबंधन नेताओं की बैठक में हिस्सा लेने के बाद शिव सेना के मुखिया उद्धव ठाकरे बोले कि मैं दिल्ली ज्यादा नहीं आता हूं. लेकिन इस बार बहुत आनंद मिला और अब लगता है कि दिल्ली आना चाहिए.
शिवसेना को कितने मंत्री पद
इस सवाल पर ठाकरे ने कहा कि हमारी राजनाथ सिंह से बात हुई है. पहले नरेंद्र मोदी जी को प्रधानमंत्री बन जाने दीजिए. अभी कैबिनेट पर कोई बात नहीं हुई है. शिवसेना को मंत्रिमंडल में कितनी जगहें मिलेंगी, अभी इस पर कोई बात नहीं हुई है.
एनडीए का कनवीनर कौन
अभी आडवाणी जी के विकल्प पर कोई बात नहीं हुई है. मैं इस रेस में नहीं हूं. लेकिन मोदी जी ने साफ कर दिया है कि सभी घटक दलों को पूरा सम्मान मिलेगा.
धारा 370 और समान नागरिक संहिता पर
ये निश्िचत तौर पर हमारे लिए अहम मुद्दे हैं. धारा 370 हटाए जाने और समान नागरिक संहिता लागू किए जाने पर जल्द ही काम होगा.