अन्ना हजारे के समर्थन वापस लेने के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी अकेले ही चुनाव प्रचार करने का मन बना लिया है. एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक, सोमवार को तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व ने स्पष्ट कर दिया कि वह अन्ना हजारे अध्याय को बंद करना चाहता है.
मंगलवार से ममता बनर्जी अपने चुनाव प्रचार की विधिवत शुरुआत करेंगी. अब उनके कार्यक्रम में भी काफी बदलाव हो गया है. 20 मार्च को वह अन्ना हजारे के साथ अहमदाबाद में रैली करने वाली थीं, लेकिन उस दिन वह मुर्शिदाबाद में अपने कार्यकर्ताओं की एक रैली को संबोधित करेंगी.
मंगलवार से शुक्रवार तक ममता लगातार चुनाव पूर्व बैठकें करेंगी. इसके लिए वह पालिन, माल्दा, इटाहार, लालबाग, कृष्णानगर और मध्यमग्राम जाएंगी. इन सभी जगहों पर उनकी पार्टी को कड़ी चुनौती मिल रही है. इस हफ्ते के बाद वह उत्तरी बंगाल के दौरे पर जाएंगी.
तृणमूल कांग्रेस के ऑल-इंडिया महासचिव मुकुल रॉय ने कहा कि ममता बनर्जी लोकप्रिय नेता हैं और उन्हें अपनी छवि चमकाने के लिए किसी की जरूरत नहीं है. पार्टी के अन्य नेता सुगत रॉय ने कहा कि ममता बनर्जी ने अपनी अहमदाबाद रैली रद्द कर दी है. अब अन्ना के साथ कोई कार्यक्रम नहीं है. अब हम कई निर्वाचन क्षेत्रों में लड़ने जा रहे हैं.
समझा जाता है कि अब पार्टी ने 78 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का मन बनाया है. पार्टी का मानना है कि केंद्र में नई सरकार बनाने में उसकी महत्वपूर्ण भूमिका होगी.