पल-पल बदलती हवा, कभी धूप, कभी छांव, कभी आंधी, तो कभी बहार...इसी का तो दूसरा नाम राजनीति है. यह अलग बात है कि अब कुछ तपे-तपाए सियासतदानों को भी लगातार बदलते मौसम और राजनीति, दोनों से शिकायत है. दिल्ली में आयोजित रैली के दौरान अन्ना हजारे का साथ न मिल पाने से मायूस पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी का दर्द अब खुलकर सामने आ गया है.
आज तक को दिए इंटरव्यू में ममता बनर्जी ने कहा, 'दिल्ली का तापमान ऐसा ही होता है न...बाहर बारिश होती है, तो दिल्ली में ठंडा हो जाता है, दिल्ली की राजनीति और मौसम, दोनों बेहद खराब हैं. यही हाल है...कोई दिक्कत नहीं है.'
'मोदी की कोई लहर नहीं'
ममता बनर्जी ने कहा कि देश में नरेंद्र मोदी की कोई लहर नहीं है. उन्होंने कहा, 'कोई लहर ही नहीं है. आप लोगों ने, मीडिया ने लहर बनाई है. हम हिंदी ज्यादा नहीं कह सकते हैं. ये प्लांटेड है, वो मेरे को पता है सब. जिसके पास कुछ नहीं है, वो जनता के पास जाता है. मैं यही बात कहूंगी. हमारा भी एक लिमिटेशन है. हम किसी राजनीतिक के घर से नहीं आए, मिट्टी से आए हैं.'
जमींदारी की तरह चल रहा पॉलिटिकल सिस्टम
ममता ने कहा कि पॉलिटिकल सिस्टम एक टिपिकल टाइप से चल रहा है, ठीक जमींदारी के माफिक. उन्होंने कहा, 'इसको बदलना है. जनता को विकल्प देना है. कांग्रेस-बीजेपी को वोट नहीं देना है.' यह पूछे जाने पर कि आप किसे वोट देंगी, तो उन्होंने कहा कि वे रीजनल पार्टी को वोट देंगी.
तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बनेगी टीएमसी
पश्चिम बंगाल की इस कद्दावर नेता ने दावा किया कि यह तय है कि तृणमूल कांग्रेस देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी. उन्होंने अपनी पार्टी की लिमिटेशंस का जिक्र करते हुए कहा, 'हमारे पास पैसा नहीं है. कोई एंबेसडर नहीं है. पीछे से कोई मदद करने वाला भी नहीं है, जनता को छोड़कर. 34 साल के संघर्ष के बाद यहां परिवर्तन हुआ है. हम लोगों को मूवमेंट पता है.'