चुनाव आयोग ने शुक्रवार को पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया. इनमें पश्चिम बंगला में छह चरणों में मतदान होना है. राज्य की मुख्यमंत्री और सत्तासीन टीएमसी की प्रमुख ममता बनर्जी ने लंबी अवधि के इस चुनाव कार्यक्रम को लेकर सवाल खड़े किए हैं. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि वह आयोग के निर्णय का सम्मान करती हैं.
ममता ने तारीखों के ऐलान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'तारीखों और मतदान के चरणों पर निर्णय चुनाव आयोग का विशेषाधिकार है. हम इसका सम्मान करते हैं और निर्णय का स्वागत करते हैं. लेकिन कई बार दुख होता है जब राजनीतिक दल नकारात्मक बातें करते हैं और हमारी पार्टी के बारे में भ्रम फैलाते हैं.'
प.बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा, 'तमिलनाडु में बहुत सारी सीटें हैं, लेकिन वहां सिर्फ एक चरण में मतदान होना है. यकीनन वहां लोकतांत्रिक आधार पर चुनाव करवाया जा रहा है, लेकिन मुझे नहीं लगता कि वहां ऐसी कोई जरूरत है, क्योंकि सीपीएम और कांग्रेस साथ मिलकर चुनाव मैदान में उतर रहे हैं.'
'असम के मुकाबले बंगाल सामान्य'
ममता ने आगे कहा, 'असम में भी कई समस्याएं हैं. कई पार्टियां हैं, लेकिन वहां भी दो चरणों में चुनाव हो रहे हैं. बंगाल में इसके मुकाबले स्थिति बहुत सामान्य है. यहां सांप्रदायिक दंगे नहीं हुए और आपराधिक गतिविधियों में भी कमी आई है. यहां सिर्फ विकास हुआ है.'
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि राजनीतिक दल क्यों नकारात्मक खबरें फैलाते हैं. ममता ने कहा, 'मुझे चुनाव आयोग के खिलाफ कुछ नहीं कहना है. जनता सभी बातों का जवाब देगी.'