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मनीष सिसोदिया ने जारी किया बुकलेट, MCD को बताया 'मोस्ट करप्ट डिपार्टमेंट'

आम आदमी पार्टी ने बीजेपी शासित एमसीडी के खिलाफ 20 बिंदुओं पर आरोप लगाए गए हैं. जिसमें एमसीडी में भ्रष्टाचार, घोस्ट एमप्लाई, पेंशन स्कैम और फंड के दुरुपयोग समेत कई मुद्दों को उठाया गया है. बुकलेट में दिल्ली सरकार की कैग रिपोर्ट, डेंगू और चिकगुनिया से निपटने में नाकाम रहने पर भी एमसीडी को घेरने की कोशिश की गई है.

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दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने जारी किया बुकलेट
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने जारी किया बुकलेट

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एमसीडी के 10 साल के काम काज को लेकर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने एक बुकलेट जारी किया है. बीजेपी शासित एमसीडी पर सवाल खड़े करते हुए बुकलेट को 'मोस्ट करप्ट डिपार्टमेंट' का नाम दिया गया है.

आम आदमी पार्टी ने बीजेपी शासित एमसीडी के खिलाफ 20 बिंदुओं पर आरोप लगाए गए हैं. जिसमें एमसीडी में भ्रष्टाचार, घोस्ट एमप्लाई, पेंशन स्कैम और फंड के दुरुपयोग समेत कई मुद्दों को उठाया गया है. बुकलेट में दिल्ली सरकार की कैग रिपोर्ट, डेंगू और चिकगुनिया से निपटने में नाकाम रहने पर भी एमसीडी को घेरने की कोशिश की गई है.

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि 'हम इस बुकलेट को लेकर दिल्ली की जनता के पास जाएंगे और दिल्ली की जनता को बताएंगे कि कैसे नगर-निगम की एक वेबसाइट पर तकरीबन 13 करोड़ रुपए ख़र्च कर दिए जाते हैं. बीजेपी के नेता एक करोड़ रुपए इस वेबसाइट के रखरखाव पर खर्च कर रहे थे, ये बुकलेट बताएगी कि कैसे बीजेपी ने सफाई कर्मचारियों की तनख्वाह का पैसा हड़प लिया और सफाईकर्मियों को मजबूरन हड़ताल करनी पड़ी.'

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आम आदमी पार्टी के मुताबिक दिल्ली सरकार ने पिछले दो साल में नगर-निगम को पहले के मुकाबले ज्यादा फंड दिया है बावजूद इसके भारतीय जनता पार्टी शासित एमसीडी ने दिल्ली की जनता को चिकनगुनिया और डेंगू जैसी बीमारियों के हवाले कर दिया. बीजेपी के शासन में बुज़ुर्गों की पेंशन का पैसा हड़प लिया गया. प्राइमरी स्कूल के टीचर्स को तनख्वाह तक नहीं दी गई. इस दौरान 'आप' नेता दिलीप पांडे स्वच्छ भारत अभियान को 'Dirty Bharat Abhiyan' बताते हुए बीजेपी पर निशाना साधना भी नहीं भूले.

फिलहाल 'आप' नेता अगले एक हफ्ते में प्रचार में इस बुकलेट का इस्तेमाल करेंगे. इसका पार्टी को कितना फायदा होगा ये चुनावी नतीजे ही बता पाएंगे.

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