scorecardresearch
 

बीएसपी दिल्ली की सभी 70 सीटों से अकेले दम पर लड़ेगी चुनावः मायावती

दिल्ली विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) अकेले ही दम पर मैदान में उतरेगी. आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने 'एंटी दलित' पार्टी करार दिया.

Advertisement
X
मायावती
मायावती

दिल्ली विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) अकेले ही दम पर मैदान में उतरेगी. आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने 'एंटी दलित' पार्टी करार दिया.

Advertisement

अपने 59वें जन्मदिन पर गुरुवार को मायावती ने दिल्ली चुनाव के लिए अपना अभियान शुरू करने की घोषणा करते हुए कहा कि उनकी पार्टी दिल्ली विधानसभा की सभी 70 सीटों पर अपने बलबूते पर चुनाव लड़ेगी.

बीएसपी सुप्रीमो ने कहा, 'मैं दिल्ली विधानसभा के लिए पार्टी के चुनाव अभियान की शुरुआत करती हूं. पार्टी दिल्ली विधानसभा की सभी सीटों पर अपने बलबूते पर चुनाव लड़ेगी.' यह कहते हुए कि पार्टी कार्यकर्ता पूरे देश और प्रदेश में उनके जन्मदिन को जनकल्याणकारी दिवस के रूप में मना रहे हैं, मायावती ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अच्छे दिन के झूठे सपने दिखाकर सत्ता में आयी बीजेपी नीत एनडीए अब दिल्ली के लोगों को झूठे प्रलोभन और सपने दिखाने में लगी है.

उन्होंने कहा, 'केंद्र में एनडीए के 7.5 महीने में अच्छे दिन के सपने पूरे नहीं हुए. अब वह दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी जनता को धोखा देने के लिए अच्छे सपने दिखा रही है और झूठे प्रलोभन दे रही है.' मायावती ने नरेंद्र मोदी सरकार पर जनता से किए वादे के विपरीत अपने प्रमुख संगठन आरएसएस के एजेंडे को लागू करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने में लगी है और संकीर्ण साम्प्रदायिक सोच के तहत दलितों, पिछडों और धार्मिक अल्पसंख्यकों की उपेक्षा कर रही है.

Advertisement

उन्होंने कहा, 'मोदी सरकार निजी क्षेत्र में दलितों और पिछडों को आरक्षण की समुचित व्यवस्था किए बिना सरकारी विभागों के काम निजी क्षेत्रों की कंपनियों को दे रही है, जिससे दलितों और पिछडों के आरक्षण का हक मारा जा रहा है.' आरक्षण मुद्दे पर यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री ने आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल पर भी निशाना साधा और कहा कि वह तो बीजेपी से भी एक कदम आगे है और आरक्षण व्यवस्था ही समाप्त करने के पक्षधर हैं.

उन्होंने कहा कि जब तक बीजेपी और आम आदमी पार्टी का दिल्ली में वर्चस्व है, दलितों, धार्मिक अल्पसंख्यकों और यहां तक कि सवर्ण जातियों के गरीबों को भी उनके अधिकार मिलने वाले नहीं है. यह कहते हुए कि इस मुद्दे पर कांग्रेस की नीति भी ढुलमुल ही रही है, मायावती ने मीडिया के जरिए दिल्ली के लोगों से सोच विचार करके सही पार्टी यानी बीएसपी के पक्ष में मतदान की अपील की. उन्होंने कहा, 'मैं अपने जन्मदिन पर मीडिया के जरिए दिल्ली में समाज के दबे कुचले और दुखी लोगों से अपील करती हूं कि वे अपने मताधिकार का प्रयोग बुद्धिमानी के साथ करें और बीजेपी, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के धोखे में न आए.'

- इनपुट भाषा

Live TV

Advertisement
Advertisement