बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने पार्टी का कोई घोषणापत्र तो जारी नहीं किया है, लेकिन चुनाव के लिए वादों का पिटारा खोल दिया है.
मायावती ने एक किताब जारी की है, जिसमें मतदाताओं से पार्टी को वोट देने की अपील की गई है. मायावती ने वादा किया है कि वे सत्ता में आने पर गरीबों को साल के 365 दिन रोजगार और दलितों व पिछड़ों को मुफ्त तीन-तीन एकड़ जमीन देंगी. इसके अलावा कॉरपोरेट सेक्टर को आरक्षण के दायरे में लाने के साथ अपर कास्ट (सवर्ण समाज) के गरीबों व बेरोजगारों को आरक्षण की सुविधा देने का वादा किया है.
मायावती का कहना है कि वे कहने में नहीं, करने में यकीन करती हैं, लिहाजा घोषणापत्र जारी न कर अपील जारी करती हैं. मगर, मायावती ने जो अपील जारी की है, उसमें वादों की भरमार है. उन्होंने वादों पर यकीन दिलाने के लिए उत्तर प्रदेश में अपनी चार बार की सरकार में किए गए कामों का सहारा लिया है. मायावती ने जोर देकर यकीन दिलाया है कि उनकी नीतियां पूंजीपतियों के हित के हिसाब से न होकर आम जनता के हित को ध्यान में रखकर बनती हैं.