काथर गांव में घुस आए 4 आतंकवादी मार गिराए गए. चौथा आतंकवादी शुक्रवार को मारा गया. फिलहाल सेना का सर्च अभियान जारी है. सेना तलाश कर रही है कि कहीं और आतंकवादी भी छिपे हुए तो नहीं है.
गुरुवार को सुबह आतंकियों के गांव में घुसने के बाद से ही रुक-रुक मुठभेड़ जारी थी. सभी आतंकवादी गांव में सेना के पुराने बंकरों को ठिकाना बनाकर फायरिंग कर रहे थे. जवाबी कार्रवाई के लिए सेना को टैंक के साथ हेलिकॉफटर की मदद भी लेनी पड़ी. इस मुठभेड़ में 3 जवानों के साथ-साथ पांच नागरिकों की भी मौत हो गई.
अब तक का घटनाक्रम
तब गुरुवार की सुबह करीब साढ़े आठ का वक्त रहा होगा. पूरे इलाके में हथियार संभाले जवानों की बूट खटखटाने लगी. घंटों तक एक तरफ जवान थे तो दूसरी तरफ देश के दुश्मन. सुरक्षाबलों के सामने कम से कम चार आतंकियों को मार गिराने की चुनौती थी.
जहां आतंकियों ने हमला किया यानी जिस गांव में ऑपरेशन चल रहा है वो अंतरराष्ट्रीय सीमी से महज दो किलोमीटर और उधमपुर से सौ किलोमीटर दूर है. ऐसे में सवाल ये कि कहीं उधमपुर में होने वाली मोदी की रैली से पहले सरहद पार से किसी बड़ी साजिश की तैयारी तो नहीं थी.
जम्मू कश्मीर में चुनाव के अभी चार चरण बाकी हैं. दूसरे चरण से पहले आतंकवादियों की ये दस्तक बता रही है कि सेना और जवानों के सामने आगे अभी और भी चुनौतियां हैं.