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अमेठी में बोले नरेंद्र मोदी, 'स्मृति मेरी छोटी बहन, अगर हारा तो चाय बेचने को तैयार'

बीजेपी के पीएम कैंडिडेट नरेंद्र मोदी ने सोमवार को राहुल गांधी के गढ़ अमेठी में हुंकार भरी. मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने अमेठी में विकास के नाम पर कुछ नहीं किया है. इस बार मां-बेटे की सरकार का जाना तय है.

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बीजेपी के पीएम उम्‍मीदवार नरेंद्र मोदी
बीजेपी के पीएम उम्‍मीदवार नरेंद्र मोदी

बीजेपी के पीएम कैंडिडेट नरेंद्र मोदी ने सोमवार को राहुल गांधी के गढ़ अमेठी में हुंकार भरी. मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने अमेठी में विकास के नाम पर कुछ नहीं किया है. इस बार मां-बेटे की सरकार का जाना तय है.

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मोदी ने कहा, 'यह चुनाव राजनीतिक पंडितों का हिसाब गलत साबित करेगा. अमेठी से कमल भेजिए, मजबूत सरकार बनाइए. बीजेपी ने स्‍मृति ईरानी को अमेठी की मुसीबतों को कम करने भेजा है.'

उन्होंने कहा, 'मैं अमेठी में विकास करके दिखाऊंगा. दुनिया के लोग विकास पर स्‍टडी करने आएंगे. मैं बदले की राजनीति करने नहीं आया हूं. यूपी में अमेठी का हाल सबसे खराब है. मैं बदलाव के लिए अमेठी आया हूं.'

अमेठी से बीजेपी प्रत्याशी स्मृति ईरानी के लिए चुनाव प्रचार करते हुए मोदी ने कहा कि कांग्रेस सार्वजनिक शिष्‍टचार भी भूल गई है. हम मांगते हैं, लेकिन लूटते नहीं. मोदी ने कहा कि यहां के स्‍कूलों में लड़कियों के लिए अलग से शौचालय तक नहीं है. हम बदला नहीं, हम बदलाव चाहते हैं. उनका एक नेता पूछता है स्‍मृति कौन है? उनका अहंकार तो देखो, सातवें आसमान पर है.

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गांधी परिवार को गढ़ में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि, 'जब 2019 का चुनाव होगा, मैं खुद आऊंगा और अमेठी का हिसाब लूंगा. राहुल गांधी भ्रष्‍टाचार, महंगाई, रोजगार जैसे मुद्दों पर क्‍यों नहीं बोलते. कांग्रेस ने अमेठी से किया वादा तोड़ा है. अब अमेठी के वादा तोड़ने का समय आ गया है. कांग्रेस ने बेरोजगारी दूर करने का वादा नहीं निभाया. मैं हारा तो मेरे चाय बेचने का सामान तैयार है.'

उन्होंने कहा, 'मैं सोनिया जी की परेशानी समझ सकता हूं. बेटे को तैयार करने के लिए कितनी मेहनत की कि बेटा सेटल हो जाए. पहले मां-बेटे मेरा नाम नहीं लेते थे. अब पूरे देश में मोदी-मोदी है. असर उनपर भी तो होगा. मैडम सोनिया जी, आप जैसे राज परिवारों ने हम जैसे गरीबों को मांगने के अलावा छोड़ा क्‍या है? पर यह लूटने वालों से अच्‍छा है. कांग्रेस झूठ बोलने की राजनीति कर रही है.'

रैली से पहले सलमान खुर्शीद का मोदी पर हमला
मोदी की रैली से पहले कांग्रेस नेता और केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने दावा किया कि बीजेपी के पीएम उम्‍मीदवार के प्रचार से राहुल गांधी को कोई चुनौती नहीं मिलने वाली है.

खुर्शीद ने वाराणसी में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मोदी के प्रचार का राहुल के संसदीय क्षेत्र पर कोई असर नहीं होगा. उन्‍होंने कहा कि मोदी राहुल गांधी के लिए कोई चुनौती नहीं हैं बल्कि बीजेपी और मोदी को लगता है कि राहुल उनके लिए चुनौती हैं.

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हमीरपुर से आम आदमी पार्टी (आप) की उम्मीदवार कमल कांत बत्रा, जो कारगिल के युद्ध में शहीद हुए विक्रम बत्रा की मां हैं, के बारे में पूछे जाने पर खुर्शीद ने कहा, 'मैं व्यक्तिगत तौर पर मानता हूं कि यदि इतने बहादुर शहीद की मां ने बीजेपी से अपना उम्मीदवार वापस लेने को कहा है, तो उन्हें उनके खिलाफ अपना उम्मीदवार निश्चित तौर पर वापस लेना चाहिए. बहरहाल, यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस बत्रा के खिलाफ अपना उम्मीदवार वापस लेगी, इस पर खुर्शीद ने कहा कि यह फैसला तो पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को करना है और वह तो पार्टी के एक छोटे से सिपाही हैं.

मोदी की तुलना शोले के गब्‍बर से
महिला जासूसी कांड के बारे में पूछे जाने पर खुर्शीद ने कहा, 'वे यह क्यों नहीं कहते कि जासूसी बुरी चीज है?' खुर्शीद ने बाद में वाराणसी में लगे मोदी के एक पोस्टर की तुलना गब्बर से की जो मशहूर हिंदी फिल्म शोले का एक नकारात्मक किरदार है. मंत्री ने कहा कि उन्होंने मोदी का एक पोस्टर देखा जिसमें लिखा था, 'मोदी आने वाला है'. उन्होंने कहा, 'पोस्टर से ऐसा लग रहा था कि शोले का गब्बर यहां आने वाला है'.

वाराणसी पर गंगा नदी पर मोदी की टिप्‍पणी पर विदेश मंत्री ने कहा, 'मोदी ने वाराणसी में कहा कि मां गंगा ने उन्हें यहां बुलाया है पर वह नदी में एक डुबकी तक लगाने नहीं गए. न तो उन्होंने घाटों पर पारंपरिक गंगा आरती में हिस्सा लिया और न ही पूजा-अर्चना की. मोदी ने गंगा में डुबकी नहीं लगाई क्योंकि उन्हें आशंका थी कि मां गंगा उन्हें उनके उन पापों के लिए माफ नहीं करेंगी जो उन्होंने गुजरात में किए हैं.

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'ध्रुवीकरण के लिए वाराणसी आए मोदी'
खुर्शीद ने आरोप लगाया कि मोदी मतों के ध्रुवीकरण के लिए वाराणसी से चुनाव लड़ रहे हैं. असम में हिंसा में 32 लोगों की जान जाने के बारे में पूछे गए सवाल पर खुर्शीद ने कहा आरोप प्रत्यारोप के बजाय, सबसे पहले असम में सभी लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना जरूरी है. हिंसा किसी भी कीमत पर रोकी जानी चाहिए.

'आप' नेता अरविंद केजरीवाल पर बरसते हुए खुर्शीद ने कहा कि दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री धर्मनिरपेक्ष मतों को विभाजित करने के लिए वाराणसी आए हैं और अगर वह सचमुच मोदी को चुनौती देने वाले थे तो उन्हें वड़ोदरा से लड़ना चाहिए था. तीसरे मोर्चे के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह केवल एक भ्रम है. यह न तो पहले था और न ही बाद में इसकी गुंजाइश है.

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