बीजेपी के पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की वाराणसी से उम्मीदवारी की खबर पार्टी में अंदरूनी कलह की वजह बनती नजर आ रही है. खबर है कि यहां के सांसद मुरली मनोहर जोशी किसी भी कीमत पर सीट छोड़ने को तैयार नहीं है.
वाराणसी की गलियों और चौराहों पर जोशी के बधाई पोस्टरों ने एक नए विवाद को जन्म दे दिया है. पोस्टर पर होली की बधाई के साथ लिखा हुआ है, 'बोले काशी विश्वनाथ, डॉ. जोशी का देंगे साथ'. इस स्लोगन ने मोदी और जोशी कार्यकर्ताओं को आमने सामने ला दिया है.
मुरली मनोहर जोशी के समर्थकों का कहना है कि जनता उनका साथ देगी. वहीं, पोस्टर लगने के बाद मोदी समर्थक खुलकर सामने आ गए हैं और मोदी की लहर का ऐलान कर रहे हैं. दोनों नेताओं के समर्थकों की बातों से संकेत मिल रहे हैं कि कहीं न कहीं कोई विरोधाभास तो है.
महानगर के मीडिया प्रभारी तिलक राज कहते हैं, 'मोदी जी की लहर है. जोशी जी बुजुर्ग नेता हैं उन्हें तो खुद ही ये सीट छोड़ देनी चाहिए.' वहीं जोशी समर्थक उन्हें वरिष्ठ नेता बताते हुए उनका बखान करते नहीं थक रहे हैं. पार्टी नेता अशोक पांडेय ने कहा, 'जोशी जी ने इस शहर के लिए बहुत कुछ किया है और उन्हें चुनाव लड़ना चाहिए.'
वाराणसी की लोकसभा सीट इस बार बीजेपी के लिए खास मुद्दा है. पार्टी को उम्मीद है कि अगर मोदी यहां से चुनाव लड़ते हैं तो इससे यूपी-बिहार की सीटों पर उसे काफी फायदा होगा.