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पीएम बनने वाले छठे सीएम हैं मोदी

इस लोकसभा चुनाव में मोदी लहर पर सवार होकर बीजेपी ने इतिहास रच डाला. 30 बरस बाद किसी पार्टी को पूर्ण बहुमत हासिल हुआ. इससे पहले वर्ष 1984 में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुए चुनावों में कांग्रेस पार्टी को स्पष्ट बहुमत हासिल हुआ था. उसके बाद से कभी किसी दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिला और देश में गठबंधन की राजनीति का दौर शुरू हो गया.

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नरेंद्र मोदी
नरेंद्र मोदी

इस लोकसभा चुनाव में मोदी लहर पर सवार होकर बीजेपी ने इतिहास रच डाला. 30 बरस बाद किसी पार्टी को पूर्ण बहुमत हासिल हुआ. इससे पहले वर्ष 1984 में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुए चुनावों में कांग्रेस पार्टी को स्पष्ट बहुमत हासिल हुआ था. उसके बाद से कभी किसी दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिला और देश में गठबंधन की राजनीति का दौर शुरू हो गया.

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ये तो रही पार्टी स्तर की बात, लेकिन देश के 14वें प्रधानमंत्री बनने जा रहे नरेंद्र मोदी ने व्यक्तिगत स्तर पर भी कई कीर्तिमान रच डाले. मोदी दूसरे ऐसे मात्र सीएम हैं जो मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए सीधे प्रधानमंत्री पद तक पहुंच गए. इससे पहले एचडी देवगौड़ा ने यह कारनामा किया है. वह 11 दिसंबर 1994 से 31 मई 1996 तक कर्नाटक के मुख्यमंत्री रहे और फिर 1 जून 1996 से 21 अप्रैल 1997 तक देश के प्रधानमंत्री रहे.

इसके अलावा मोदी देश के छठे मुख्यमंत्री हैं जो पीएम बनने जा रहे हैं. इससे पहले चौधरी चरण सिंह, विश्वनाथ प्रताप सिंह, मोरारजी देसाई, एचडी देवगौड़ा और पी वी नरसिंह राव को ही यह गौरव हासिल है.

रिकॉर्ड मतों से जीतने के मामले में अब मोदी भारतीय राजनीतिक इतिहास में दूसरे नंबर पर हैं. मोदी वडोदरा सीट से 5 लाख 70 हजार वोटों से जीते. 2004 के चुनाव में माकपा के अनिल बसु ने 5.92 लाख मतों से जीत दर्ज की थी.

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मोदी और मोरारजी देसाई का गोधरा कनेक्शन
यह जानना आपके लिए बेहद दिलचस्प होगा कि मोदी और मोरारजी देसाई का गोधरा से खास संबंध रहा है. ब्रिटिश हुकूमत के समय 1927 में बंबई प्रांत लोक सेवा के अधिकारी मोरारजी देसाई गोधरा में डिप्टी कलेक्टर थे. तब यहां सांप्रदायिक दंगे भड़क गए थे. देसाई पर आरोप लगा था कि उन्होंने दंगों में हिंदुओं की मदद की और इस संबंध में उन पर केस भी दर्ज किया गया था. हालांकि बाद में उन्हें बरी कर दिया गया. लेकिन प्रशासन ने उनकी वरिष्ठता घटाकर उन्हें अहमदाबाद भेज दिया. इसके बाद 1930 में वह सरकारी नौकरी छोड़कर महात्मा गांधी के आंदोलन का हिस्सा बन गए. इसी तरह मोदी के राजनीतिक जीवन में गोधरा का अहम स्थान है. 2002 में गोधरा कांड के बाद गुजरात में दंगे भड़क गए. दंगों के बावजूद 2002 विधानसभा चुनाव में मोदी पूर्ण बहुमत पाने में कामयाब रहे.

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