अगर एक बार देश की महिलाएं ठान लें कि भारत का भाग्य हम निर्धारित करेंगे, तो मैं नहीं मानता कि वो देश का भाग्य न बदल पाएं. महिलाओं में देश का भाग्य बदलने की ताकत है. कुछ ऐसी ही बातें बीजेपी के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में चाय पर चर्चा कार्यक्रम में कहीं.
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर यहां बीजेपी मुख्यालय से इंटरनेट के जरिए देश भर में पार्टी द्वारा 1500 स्थानों से जुड़े 'नमो के साथ चाय पर चर्चा' कार्यक्रम के तहत लोगों से मुखातिब होते हुए उन्होंने कहा कि महिलाओं के उत्थान और उन्हें बराबरी देने के लिए हमें समाज के नजरिए को बदलना होगा.
मोदी ने अपील की कि कल नौ मार्च को महिला मतदाता पंजीकरण जरूर करवाएं. कार्यक्रम के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इलाहाबाद से एक महिला के सवाल पर मोदी ने कहा कि आज भी महिलाओं की देश में महत्वपूर्ण भूमिका है. बेटियों को शिक्षा का अधिकार मिले और उन्हें जन्म लेने की स्वतंत्रता भी हो. अगला चुनाव देश का भाग्य तय करेगा. मोदी ने कहा कि बेटियों को शिक्षा देने का माहौल देना बेहद जरूरी है. महिलाओं को फैसले लेने की स्वतंत्रता मिलनी चाहिए और उनके साथ हो रहा भेदभाव वाला माहौल भी खत्म किया जाए.
मोदी ने कहा कि बच्चियां स्कूल आज सिर्फ इसलिए छोड़ रही हैं, क्योंकि वहां टॉयलेट्स ही नही हैं. गुजरात में हमने काफी हद तक यह कमी पूरी की है. हर स्कूल में टॉयलेट होना चाहिए. मोदी ने कहा कि यदि महिला को शिक्षा मिलती है तो इससे उसकी दो पीढ़ी को फायदा होगा. महिला नई पीढ़ी को बहुत कुछ दे सकती है. मोदी ने कहा कि हमें शिक्षा का स्तर भी उठाना होगा. टीचर्स ट्रेनिंग के लिए हमें विशेष जोर देना होगा. महिलाओं को ऑनलाइन शिक्षा दी जानी चाहिए.
महिलाओं को राजनीति में ताकत मिले
दिल्ली के साकेत से एक महिला के सवाल के जवाब में नमो ने कहा कि हर समस्या का समाधान होता है. चाहिए तो बस इरादा. महिलाओं की सुरक्षा पर कहा कि एनसीसी में इनकी भागीदारी बढ़ाई जाए. न्यायिक क्षेत्र में महिलाओं को लाने की जरूरत है. राजनीति में महिलाओं को ताकत मिले. इसके साथ साथ पुरुषों को अपनी मानसिकता भी बदलनी होगी, तभी कुछ हो सकता है.
बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी शनिवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर अपने 'नमो चाय चौपाल' के जरिए देश और विदेश के करीब 10 करोड़ लोगों से बातचीत करेंगे.