वोट के लिए नेता क्या-क्या नहीं कर रहे हैं लेकिन समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख मुलायम सिंह यादव तो अब बाकायदा धमकी देने पर उतर आए हैं. भरी सभा में मंच से यूपी के शिक्षामित्रों को दो टूक कह दिया कि साइकिल पर ही बटन दबाना वरना नौकरी खतरे में पड़ सकती है.
लगता है उत्तर प्रदेश में मुलायम सिंह यादव की साइकिल 2014 लोकसभा चुनावी सफर में पूरी रफ्तार के साथ दौड़ती हुई नहीं दिखाई दे रही है. राह में कई बड़े-बड़े रोड़े हैं जिनमे सबसे बड़ी बाधा नरेंद्र मोदी के रूप में सामने खड़ी है. तमाम चुनावी सर्वे यही दावा कर रहे हैं. ऐसे में अब नेताजी करे तो क्या करें. नतीजतन समाजवादी पार्टी की साइकिल को सरपट दौड़ाने के लिए यानी वोट हासिल करने के लिए मुलायम अब सख्त लहजे में धमकी तक देने से बाज नहीं आ रहे हैं. निशाना बने यूपी के शिक्षामित्र.
मुलायम यूपी के बुलंदशहर में अपनी चुनावी रैली को संबोधित करने पहुंचे थे. इसी दौरान खुले आम मंच से शिक्षामित्रों को धमकाते हुए कहा कि वोट समाजवादी पार्टी को ही करना वरना नौकरी का नियमन वापस भी लिया जा सकता है.
मुलायम यही नहीं रुके. वोटरों को लुभाने के लिये उन्होंने आचार संहिता को भी ताक पर रखते हुए मंच से कई घोषणाएं कर डाली. साथ ही कुछ जातियों का जाति प्रमाणपत्र ना बनाने वाले अधिकारीयों पर कार्रवाई का डंडा चलाने तक को कह दिया.
मुलायम के सख्त और लुभावने तेवर बेशक वोटों के जुगाड़ की एक कवायद हो सकती है लेकिन सवाल है कि आचार सांहिता लागू होने के बाद ये कितना जायज है.