बीजेपी नेता नरेंद्र मोदी ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार को एक चालाक नेता करार दिया और कहा कि केंद्रीय मंत्री ने इस बार लोकसभा चुनाव न लड़ने का फैसला इसलिए किया है कि क्योंकि उन्हें अंदाजा हो गया था कि वह चुनाव हार जाएंगे. यहां एक रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, लोग जब भी शरद पवार की बात करते हैं तो उन्हें चालाक नेता बताते हैं. अब मुझे समझ में आ गया कि लोग उन्हें चालाक नेता क्यों कहते हैं. उन्हें अंदाजा हो गया कि हवा का रूख किस ओर है. लिहाजा, उन्होंने इस बार चुनाव न लड़ने का फैसला किया ताकि उन्हें हार का सामना न करना पड़े.
गौरतलब है कि कई दफा लोकसभा चुनाव जीत चुके पवार बीते दिनों राज्यसभा के लिए चुने गए हैं. मोदी जलगांव सीट से भाजपा के उम्मीदवार ए टी नाना पाटिल और रावेर सीट से पार्टी की उम्मीदवार रक्षा खड़से के लिए प्रचार करने आए थे. भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार मोदी ने पवार से जानना चाहा कि जलगांव में कपास की खेती करने वाले किसानों को आखिर गुजरात में अपने उत्पाद क्यों बेचने पड़ते हैं. मोदी ने कहा, केंद्रीय कृषि मंत्री खुद को किसानों का नेता बताते हैं पर यहां कपास की खेती करने वाले किसानों को अपने उत्पाद गुजरात में क्यों बेचने पड़ते हैं? महाराष्ट्र में उन्हें अपनी फसल की वाजिब कीमत क्यों नहीं मिलती? उन्होंने दावा किया कि कपास किसानों को उनके उत्पाद के लिए जो कीमत महाराष्ट्र में मिलती है, उससे डेढ़ गुना ज्यादा कीमत उन्हें गुजरात में मिलती है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा, पिछले 10 साल से टीवी पर नजर आने वाले कांग्रेस के सभी नेता अब चुनावों से भाग रहे हैं. कुछ तो अपना नामांकन-पत्र दाखिल करने के बाद भाग खड़े हुए. उन्होंने कहा, कांग्रेस के 50 साल के शासनकाल में वे आदिवासियों और दलितों को भूल चुके थे. सबसे पहले वाजपेयी सरकार ने उनके लिए विशेष मंत्रालय बनाया और बजट का आवंटन किया.
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा, पीएमओ ने मीडिया को बताया कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पिछले 10 साल में 1,100 भाषण दिए हैं. क्या 1,100 बार बोलना प्रधानमंत्री के लिए उपलब्धि है? युवाओं से अपील करते हुए मोदी ने कहा, 18-28 आपकी स्वर्णिम उम्र है. आपका एक दिन भी बर्बाद नहीं जाना चाहिए. यदि आपको कोई बुरी सरकार मिलेगी तो आपके भविष्य का क्या होगा? मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि आप अपने अच्छे भविष्य के लिए महाराष्ट्र में महायुति के लिए मतदान करें.