लोकसभा चुनाव की गहमागहमी के बीच ताबड़तोड़ प्रचार में जुटे बीजेपी के पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी का केंद्र की यूपीए सरकार पर हमला जारी है. मोदी ने आज महाराष्ट्र के अमरावती, अकोला और नांदेड़ में चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए कांग्रेस के शासन में हुए घोटालों और इन घोटालों में महाराष्ट्र से जुड़े कांग्रेस के नेताओं पर जमकर निशाना साधा. अमरावती और अकोला की रैलियों में मोदी ने किसानों की बदहाली और विकास की बात की जबकि नांदेड़ में उनके निशाने पर कांग्रेस के कार्यकाल में सामने आए घोटाले रहे.
नांदेड़ रैली में मोदी ने काला धन और भ्रष्टाचार के मसले पर कांग्रेस की महाराष्ट्र और केंद्र सरकार को जमकर निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार विदेशों में जमा काला धन नहीं लाएगी क्योंकि कांग्रेसियों को पता है कि यह पैसा उनका ही है. मोदी ने दावा किया कि अगर उनकी सरकार बनी तो काला धन देश में लाया जाएगा और उससे गरीबों का कल्याण किया जाएगा.
मोदी भ्रष्टाचार पर भी जमकर बरसे. उन्होंने आदर्श सोसायटी घोटाला के मसले पर कांग्रेस सरकार की जमकर आलोचना की. चूंकि नांदेड़ सीट से कांग्रेस ने अशोक चव्हाण को प्रत्याशी बनाया है जिनके दामन पर आदर्श सोसायटी घोटाला के दाग लगे. मोदी ने कहा कि केंद्र में बीजेपी की सरकार बनती है तो बेईमानों को सजा, जबकि ईमानदारों को प्रोत्साहन दिया जाएगा.
मोदी ने दिल्ली के बहुचर्चित निर्भया कांड का जिक्र करते हुए महिलाओं की सुरक्षा का मुद्दा भी उठाया. उन्होंने दिल्ली को 'बलात्कारियों की राजधानी' करार देते हुए आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने निर्भया फंड के नाम पर 1000 करोड़ रुपये आवंटित तो कर दिए लेकिन महिलाओं को सुरक्षा मुहैया कराने में सरकार नाकाम रही. उन्होंने सवाल किया, 'एक हजार करोड़ का क्या हुआ? जवाब दो चिदंबरम. देश जवाब मांग रहा है.' मोदी ने कहा कि पहले कांग्रेस देश की जनता की आंखों में धूल झोंकती थी, लेकिन अब मिर्ची झोंक रही है.
इससे पहले अमरावती की रैली में मोदी ने सवाल किया, 'कॉमनवेल्थ गेम्स और आदर्श सोसायटी जैसे घोटाले यहीं से क्यों सामने आ रहे हैं. मोदी ने कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी को एक बार फिर शहजादा कहकर संबोधित किया. उन्होंने राहुल पर निशाना साधते हुए कहा, 'शहजादे यहां आते हैं तो किसानों के आंसू पोंछने, लेकिन गुजरात के विकास मॉडल को गाली देते रहते हैं.'
जब शहजादे यहां आते हैं तो ऐसा लगता है कि वो यह भूल जाते हैं कि केवल गुजरात में ही नहीं, देशभर में चुनाव होने वाले हैं. उन्हें गुजरात को गाली देने के बजाय यह बताना चाहिए कि उनकी सरकार ने क्या किया. वो कहते हैं कि गुजरात के विकास मॉडल का गुब्बारा फूट जाएगा, लेकिन 2007 और 2012 में गुजरात में हुए विधानसभा चुनाव में उन्हें पता चल गया होगा कि लोग सत्य के साथ हैं.'
शरद पवार पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा, 'केंद्रीय कृषि मंत्री इसी राज्य से हैं लेकिन किसानों की रक्षा करने में नाकाम रहे हैं. उनके पास क्रिकेट पर बात करने के लिए वक्त है लेकिन मर रहे किसानों की कोई चिंता नहीं. उन्होंने कहा, 'शास्त्रीजी कहते थे, जय जवान, जय किसान, लेकिन आज की कांग्रेस सरकार का नारा है, 'मर जवान, मर किसान'.
शिव सेना प्रमुख बाल ठाकरे को याद करते हुए मोदी ने कहा कि हमें उनके सपनों को पूरा करना है. यह तभी संभव है जब महाराष्ट्र में कांग्रेस-एनसीपी गंठबंधन को लोकसभा की एक भी सीट नहीं मिल पाए.
उन्होंने कहा, '1857 की लड़ाई के दौरान नारा था, कमल और रोटी लेकिन इस बार के चुनाव में नारा है कि कमल और मोदी.' मोदी ने अपनी रैली में 'कांग्रेस मुक्त भारत' का नारा भी दिया.
मोदी ने विरोधी दलों पर हमला बोलते हुए कहा, 'आम तौर पर देश में गठबंधन इसलिए बनाए जाते रहे हैं कि मौजूदा सरकार को हराया जाए लेकिन इस बार के चुनाव में तमाम दल मोदी को रोकने के लिए एकजुट हो रहे हैं. देश को लूटने वालों को पता है कि 16 मई के बाद उनकी जगह कहां होगी.'
तकरीबन 15 मिनट के अपने भाषण की शुरुआत में मोदी ने शिवाजी महाराज को भी याद किया और स्थानीय वोटरों को रिझाने की कोशिश में मराठी के चंद शब्द कहे.
अमरावती के बाद मोदी सतारा में रैली करने पहुंचे. वहां भी मोदी का कांग्रेस पर हमला जारी रहा. उन्होंने कहा, 'देश में किसान भी मरे, जवान भी मरे, लेकिन कांग्रेस की झोली भरे.' मोदी ने कांग्रेस के घोषणा पत्र को 'धोखा पत्र' करार देते हुए कहा कि कांग्रेस के 10 साल के शासन में सिर्फ सवा करोड़ लोगों को रोजगार मिला. उन्होंने कहा, केंद्र सरकार ने कॉटन एक्सपोर्ट पर पाबंदी लगा दी लेकिन मटन एक्सपोर्ट पर सब्सिडी दे रही है.