क्या आप जानते हैं गुजरात में अपना जादू बिखेरने वाले नरेंद्र मोदी कभी साधू बनना चाहते थे? और तो और संन्यासी बनने का अपना लक्ष्य पाने के लिए वह हिमालय की खाक छानने लगे थे.
बचपन में नरेंद्र मोदी को साधू संतों को देखना बहुत अच्छा लगता था. वह खुद संन्यासी बनना चाहते थे. संन्यासी बनने के लिए नरेंद्र मोदी स्कूल की पढ़ाई के बाद घर से भाग गए थे और इस दौरान मोदी पश्चिम बंगाल के रामकृष्ण आश्रम सहित कई जगहों पर घूमते रहे और आखिर में हिमालय पहुंच गए और कई महीनों तक साधुओं के साथ घूमते रहे.
साधू बनने का भूत नरेंद्र मोदी पर करीब 2 सालों तक सवार रहा. 2 साल तक नरेंद्र मोदी हिमालय की खाक छानते रहे. उस वक्त उनके पास दो जोड़ी कपड़ों के सिवा कुछ भी नहीं था. एक दिन अचानक मोदी ने संन्यासी बनने का विचार दिमाग से निकाल दिया और घर लौट आए. उस दिन उनकी मां बहुत खुश हुई थीं.