प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अक्सर नए आइडिया देते रहते हैं. ज्यादातर मामलों में वो कोई न कोई ‘थ्री-डी’ फॉर्मूला भी सुझाते हैं. संभव है दिल्ली के नए मुख्यमंत्री के लिए भी उन्होंने कुछ सोच रखा हो. मुख्यमंत्री जो भी बने, प्रधानमंत्री तो नरेंद्र मोदी ही रहेंगे. हां, अगर किरण बेदी दिल्ली की कुर्सी तक पहुंचने में कामयाब होती हैं तो उनके लिए मोदी जरूर कुछ खास मंत्र रखे होंगे. वैसे दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री जो भी बने मैं इतना जरूर चाहूंगा कि वह दिल्ली में सबसे पहले कुछ खास सुविधाएं मुहैया कराए. दिल्ली को लेकर मेरी एक छोटी सी ख्वाहिश लिस्ट है जिसे आपसे शेयर कर रहा हूं.
1. पूरी बिजली, पूरा पानी: सस्ती भले हो न हो पर दिल्ली में 24 घंटे बिजली जरूर मिले. अगर लोगों को सुविधा ही देनी है तो कुकिंग गैस की तरह बिजली में भी सब्सिडी दी जा सकती है. जहां तक पानी का सवाल है तो इसकी तो कोई सीमा नहीं होनी चाहिए. इसका ये भी मतलब नहीं कि पानी इतना हो कि बर्बाद होने लगे. जो भी हो पीने के लिए साफ और पूरा पानी मिले, नए मुख्यमंत्री को इतना तो सुनिश्चित करना ही होगा.
2. हर इलाके में वाई-फाई: अभी दिल्ली में सार्वजनिक तौर पर कुछ ही जगह वाई फाई सुविधा उपलब्ध है, जिनमें कुछ मॉल और होटल शामिल हैं. अगर पूरी राजधानी में यह सुविधा मिलने लगे तो जीवन काफी आसान हो सकता है.
3. गरीबों के लिए फूड सेंटर: बेघरों के लिए जैसे रैन बसेरे हैं, वैसे ही ऐसे केंद्र बनें जहां गरीब लोग खाना खा सकें. कम से कम दिल्ली में कोई भूखे पेट न सोए. ऐसा होने पर चौराहों पर भीख मांगनेवालों से निजात मिल सकेगी.
4. जगह जगह पब्लिक टॉयलेट: दिल्ली में पब्लिक टॉयलेट बने तो हैं लेकिन जरूरत के हिसाब से काफी कम हैं. दफ्तरों और मॉल में भी इसकी ठीक सुविधा है. लेकिन हर कुछ दूर पर भीगी दीवारें नजर आती हैं. अगर पब्लिक टॉयलेट की सुविधा बढ़ा दी जाए तो प्रधानमंत्री के स्वच्छता अभियान के लागू होने में आसानी होगी– और मेहमानों के बीच गलत मैसेज भी नहीं जाएगा.
5. महिलाओं के लिए विशेष सुरक्षा: महिलाओं के लिए भी वीवीआईपी की तरह अभेद्य सुरक्षा इंतजाम हों ताकि 16 दिसंबर के निर्भया कांड और टैक्सी रेप जैसी घटनाओं पर रोक लग सके – और वे बेखौफ होकर जब और जहां चाहें आ-जा सकें.
6. सिर्फ एक ही स्मार्ट कार्ड हो: जिस तरह मेट्रो से यात्रा के लिए स्मार्ट कार्ड की व्यवस्था की गई है, वही अगर शहर में सफर की दूसरी सेवाओं में काम आने लगे तो लोगों को राहत मिलेगी. तब लोग सफर की मुश्किलों से जूझने की जगह अपना काम बेहतर तरीके से कर पाएंगे. ऐसा होने पर तरक्की तो होगी ही.
7. बेहतर ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम: दिल्ली में जाम से निबटने के कारगर उपाय होने जरूरी हैं. पिछले एक दशक में दिल्ली में कई फ्लाईओवर बने हैं, लेकिन जाम की समस्या जस की तस है. होता ये है कि जब तक एक नया फ्लाईओवर बन कर तैयार होता है, सड़कों पर उसकी क्षमता से कहीं ज्यादा भीड़ आ जाती है. बात चाहे सुबह की हो या शाम की, ट्रैफिक रेंगता हुआ नजर आता है.
8. आवश्यक सेवाओं के लिए नोडल एजेंसी: चाहे बिजली-पानी की बात हो या स्वास्थ्य सेवाओं की, या फिर फायर ब्रिगेड की, इन सबके लिए एक केंद्रीय नोडल एजेंसी बनाई जा सकती है. इससे सेवाओं की निगरानी तो ठीक से हो ही सकेगी, डिमांड और सप्लाई के रेशियो को भी अच्छे से मैनेज किया जा सकता है.
9. फायरप्रूफ अलार्म सिस्टम: अगर सभी इमारतों में फायरप्रूफ अलार्म सिस्टम लगा दिये जाएं – और उसे फायर ब्रिगेड के नेटवर्क से जोड़ा जा सकता है. इससे हादसों को भरसक टाला जा सकेगा और अगर कभी कोई दुर्घटना हुई तो फौरी कार्रवाई कर नुकसान कम किया जाना संभव होगा.
10. हर जगह सीसीटीवी कैमरे: अगर राजधानी की सभी चीजें नियमित निगरानी के दायरे में आ जाएं तो मामूली अपराधियों से लेकर आतंकवादियों तक पर कड़ी नजर रखी जा सकेगी. ऐसी स्थिति में अगर किसी गैरकानूनी काम को अंजाम देने की कोशिश हो तो सुरक्षा एजेंसियां तत्काल हरकत में आ सकती हैं. इससे कानून व्यवस्था लागू करने में सहूलियत होगी, लिहाजा अमन चैन बना रहेगा.
ये तो रही मेरी विश-लिस्ट. अब अगर आपकी भी कोई ऐसी लिस्ट है या कोई आइडिया है तो आप नीचे कमेंट बॉक्स में पोस्ट कर शेयर कर सकते हैं.