देश का अगला प्रधानमंत्री बनने के लिए तैयार नरेन्द्र मोदी ने रविवार को लालकृष्ण आडवाणी सहित बीजेपी के शीर्ष नेताओं के साथ चर्चा की. मोदी, आडवाणी के आवास पर जाकर उनसे मिले और 40 मिनट बैठक की. इससे पहले उन्होंने अमित शाह, जेपी नड्डा, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा और पार्टी के बिहार प्रभारी धर्मेन्द्र प्रधान से गुजरात भवन में विचार विमर्श किया.
आडवाणी के साथ बैठक इस बात का संकेत है कि 86 वर्षीय आडवाणी को महत्वपूर्ण फैसलों में भरोसे में लिया जाएगा. मोदी के आने से पहले पार्टी महासचिव अनंत कुमार ने भी आडवाणी के घर जाकर उनसे भेंट की. उधर, बीजेपी नेता वेंकैया नायडू, कलराज मिश्र और हर्षवर्धन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यालय केशवकुंज गए. वहां उनकी संघ नेताओं से बातचीत हुई.
नायडू ने संघ नेताओं से मुलाकात के बाद कहा, मैं यहां वरिष्ठों से मिलने आया हूं. संघ कैबिनेट गठन जैसी चीजों में कभी नहीं पड़ता. हर्षवर्धन ने कहा कि बीजेपी नेता संघ कार्यालय आते रहते हैं. उन्होंने इस बात को कोई तवज्जो नहीं दी कि कार्यालय आने का कैबिनेट गठन से कोई लेना देना है.
ऐसी अटकलें हैं कि आडवाणी को लोकसभा अध्यक्ष का संवैधानिक पद दिया जा सकता है जिससे वह सरकार से स्वतंत्र होकर काम कर सकें. ऐसा माना जा रहा है कि सरकार के गठन के मामलों में संघ पर्दे के पीछे से अपनी भूमिका निभा रहा है. हालांकि, संघ के पदाधिकारी इससे इनकार करते रहे हैं. गुजरात भवन बीजेपी की राजनीतिक गतिविधियों का केंद्र रहा.
मंत्री पद पाने की आस लगाए गए बैठे कर्नाटक के नेता बी एस येदियुरप्पा और अनंत कुमार ने मोदी से मुलाकात की जबकि पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने शीर्ष नेताओं - अरूण जेटली, अमित शाह और महासचिव राम लाल के साथ चर्चा की.
बीजेपी नेता एम वेंकैया नायडू, कलराज मिश्रा, हर्षवर्धन, गोपीनाथ मुंडे और राजीव प्रताप रूडी ने भी संघ के नेताओं से मुलाकात की. बिहार में छह सीटें जीतने वाले लोजपा अध्यक्ष रामविलास पासवान ने अपनी पत्नी और पुत्र चिराग के साथ मोदी से मुलाकात की. चिराग भी लोकसभा सदस्य चुने गए हैं. राजग की सहयोगी पार्टी नगा पीपुल्स फ्रंट के प्रमुख नीफियू रियो ने भी मोदी से मुलाकात की.
बिहार के प्रभारी महासचिव धर्मेंद्र प्रधान ने भी बिहार के राजनीतिक घटनाक्रम की जानकारी देने के लिए मोदी से मुलाकात की. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. यह बैठक ऐसे समय में हुई जब लोकसभा चुनाव में शानदार जीत के बाद शनिवार को पहली दफा पार्टी संसदीय बोर्ड की बैठक हुई थी. इसी बैठक में यह फैसला किया गया था कि मोदी को 20 मई को औपचारिक तौर पर बीजेपी संसदीय दल का नेता चुना जाएगा.
मोदी के करीबी सहयोगी और बीजेपी नेता अमित शाह रविवार देर शाम आरएसएस मुख्यालय गए और उन्होंने जोशी सहित संघ के शीर्ष नेताओं से मुलाकात की. शाह ने मीडिया से कोई बातचीत नहीं की. समझा जाता है कि शाह ने सरकार के गठन और पार्टी में बदलाव को लेकर संघ के उप प्रमुख और अन्य नेताओं के साथ विचार विमर्श किया.