मुंबई में 24 अप्रैल को हुई वोटिंग के दौरान वोटर लिस्ट से कई लोगों के नाम गायब होने का मामला ठंडा होता नहीं दिख रहा. बुधवार को अग्नि और बर्थ एनजीओ ने मुंबई हाईकोर्ट में एक पीआईएल दाखिल की है. इसमें उन्होंने मामले की जांच कराने और गड़बड़ी के चलते वोट नहीं कर पाने वालों के लिए फिर से वोटिंग की व्यवस्था कराने की मांग की है.
गौरतलब है कि मुंबई में 24 अप्रैल को 6 सीटों के लिए वोटिंग के दौरान वोटर लिस्ट में गड़बड़ी के चलते करीब 2 लाख लोग वोटिंग करने से वंचित रह गये थे. लिस्ट से किसी का नाम गायब था, तो किसी को बिना कोई नोटिस दिये किसी दूसरे इलाके में शिफ्ट कर दिया गया था.
पीआईएल दाखिल करने के समय मौजूद वोटर धर्मी मगदानी ने कहा, 'मैं अपने पिता के साथ वोटिंग करने गई थी लेकिन वहां जाने के बाद पता चला की मेरी पूरी फैमिली का नाम वोटर लिस्ट से डिलीट हो गया है. संबंधित अधिकारी हमें इधर-उधर भेजता रहा, जबकि मैं हमेशा वोटिंग करती रही हूं.'
एक और वोटर पंकज देसाई ने बताया, 'वोटिंग बूथ पर पता चला की मेरा और मेरी पत्नी का नाम लिस्ट से डिलीट हो गया है जबकि हम हर चुनाव में वोटिंग करते रहे हैं. फिलहाल वोटिंग लिस्ट में गड़बड़ी का पूरा मामला अब हाईकोर्ट के संज्ञान में है और आने वाली 6 मई को इस पर सुनवाई होगी.'