बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी ने कहा है कि अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी उनके लिए 'भगवान की तरह' हैं. उन्होंने कहा कि इन दोनों ही नेताओं का हमेशा ही उन्हें पूरा-पूरा सहयोग मिला.
आज तक के कार्यक्रम 'थर्ड डिग्री' में नितिन गडकरी ने कहा कि वे राजनीति की बातें कम करते हैं, विकास की ज्यादा. गडकरी ने दावा किया कि सिर्फ राजनीति से प्रेरित होकर कुछ लोगों ने उन पर गलत आरोप लगाए.
गडकरी ने कहा कि वे न तो किसी कंपनी में डायरेक्टर हैं, न ही शेयर होल्डर. उन्होंने कहा, 'जिन सहकारी कंपनियों से जोड़कर मुझ पर आरोप लगाए गए, वैसी किसी कंपनी ने कोई गलत काम नहीं किया.'
जब गडकरी से पूछा गया कि क्या वजह है कि उनकी अपनी पार्टी ही उनके खिलाफ हो गई, तो उन्होंने कहा कि उन पर कोई आरोप नहीं है. इनकम टैक्स विभाग की छापेमारी के बारे में गडकरी ने कहा कि यह सब सियासत के तहत किया गया. उन्होंने कहा, 'मुझ पर झूठे और निराधार आरोप लगाए गए. कोई भी इन झूठे आरोपों को सिद्ध नहीं कर सकता है.'
गडकरी से जब यह पूछा गया कि वे किस सोच के तहत राजनीति में आए, तो उन्होंने कहा, 'मैं राजनीति की परिभाषा बदलना चाहता था. मैं गरीबों, किसानों, मजदूरों की भलाई के लिए काम करना चाहता था.'
गडकरी ने सफाई पेश करते हुए सवाल खड़े किए, 'मैं किसानों के खेतों में पानी पहुंचाता हूं. क्या फिर भी आप मुझे व्यवयासी कहेंगे.' उन्होंने कहा, 'मैं स्वयंसेवक था, स्वयंसेवक हूं और स्वयंसेवक रहूंगा.'
एक सवाल के जवाब में गडकरी ने यह स्वीकार किया कि वे जब दिल्ली में थे, तो रात के 10 बजे के बाद भी मीटिंग बुला लिया करते थे, जो कभी-कभार 2 बजे तक भी चला करती थी.