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नीतीश कुमार ने पेश किए 'विकसित बिहार के 7 सूत्र', PM मोदी से कहा- रिलैक्स करें!

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भागलपुर रैली के ठीक बाद उनपर जुबानी प्रहार किया है. नीतीश ने एक बार फिर केंद्र पर योजनाओं की री-पैकेजिंग का आरोप लगाया है. इसके साथ ही उन्होंने विकसित बिहार के लिए सात सूत्रीय एजेंडा भी पेश किया और प्रधानमंत्री से 'रिलैक्स' रहने को कहा है.

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प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भागलपुर रैली के ठीक बाद उनपर जुबानी प्रहार किया है. नीतीश ने एक बार फिर केंद्र पर योजनाओं की री-पैकेजिंग का आरोप लगाया है. इसके साथ ही उन्होंने विकसित बिहार के लिए सात सूत्रीय एजेंडा भी पेश किया और प्रधानमंत्री से 'रिलैक्स' रहने को कहा है.

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पटना में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में नीतीश ने कहा कि 14वीं वित्त आयोग की सिफारिश पीएम का एहसान नहीं, बल्कि संघीय प्रावधान है. मुख्यमंत्री ने कहा, 'प्रधानमंत्री ने 87 फीसदी पुरानी चीजों की री-पैकेजिंग की है. जिस दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना की चर्चा वह अपनी रैली में कर रहे हैं, उसमें भी 40 फीसदी योगदान राज्य सरकार का है.'

सत्ता में लौटे तो ये होगा एजेंडा
नीतीश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सत्ता में लौटने पर विकास का खाका भी सबके सामने रखा. 'विकास के सात सूत्र' के जरिए उन्होंने प्रदेश की आर्थि‍की में सुधार, युवाओं को रोजगार, महिलाओं को अधि‍कार, बिजली, पानी और सड़क समेत कई बड़े मुद्दों को अपने एजेंडे में शामि किया है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि विकस‍ित बिहार ही उनका लक्ष्य है. अपने अब तक के कामकाज का जिक्र करते हुए नीतीश ने कहा, 'राज्य में युवाओं के लिए अवसर बढ़ें हैं. प्रतिवर्ष कई हजार से ज्यादा अतिरिक्त युवाओं को उच्च और तकनीकी शिक्षा का लाभ मिल रहा है.' नीतीश कुमार ने कहा कि इन सभी योजनाओं में अगले पांच वर्षों में 2.7 लाख करोड़ रुपये का खर्च आएगा.

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नीतीश ने ट्विटर पर भी अपने इस सात सूत्रीय विकास के एजेंडे को साझा किया है-

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