राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में राजद-लोजपा गठबंधन के दो तिहाई बहुमत पाने का दावा करते हुए कहा कि चुनाव में वह नहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार औंधे मुंह गिरेंगे.
बसपा के पूर्व कोषाध्यक्ष श्याम लाल कुशवाहा, जदयू के रामकृष्ण भारती और राजेश्वर चौपाल के राजद की सदस्यता ग्रहण करने पर पार्टी में उनका स्वागत करते हुए लालू ने आगामी विधानसभा चुनाव में राजद-लोजपा गठबंधन के दो तिहाई बहुमत पाने का दावा करते हुए कहा कि चुनाव में वे नहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार औंधे मुंह गिरेंगे.
लालू ने कहा कि जदयू की वीणा शाही राजद में शामिल हो गयी और आने वाले दिनों के भारी संख्या में विभिन्न दलों के लोग राजद में शामिल होने वाले हैं. लालू ने कहा कि राजद और लोजपा के बीच सीटों का तालमेल होने के बाद चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीदवारों और उनके समर्थकों से उनका मिलने का सिलसिला पिछले एक सप्ताह जारी है. {mospagebreak}
नीतीश को ‘आउट गोइंग चीफ मिनिस्टर’ की संज्ञा देते हुए लालू ने कहा कि उनका देखा-देखी नीतीश वैसे जदयू कार्यकर्ता जो कभी मुख्यमंत्री आवास एक अणे मार्ग कभी नहीं गए उन्हें वे पुचकारते हुए मिल रहे हैं. लालू ने प्रदेश में राजद-लोजपा गठबंधन की लहर होने का दावा करते हुए कहा कि नीतीश के मुख्यमंत्री के रूप में इस मिलन को अंतिम मिलन होने का दावा करते हुए कहा कि उन्हें मिलना भी चाहिए क्योंकि लौटकर सत्ता में आएंगे की नहीं यह संकट बना हुआ है.
लालू ने कहा कि बिहार की नीतीश सरकार को हर मोर्चे पर विफल बताते हुए उनका सुशासन बालू के ढेर जैसा था, जो धराशायी हो गया. उन्होंने आरोप लगाया कि कोई ऐसा सगा नहीं जिसे नीतीश ने ठगा नहीं और बिहार के सभी जाति और बिरादरी के लोगों ने उन्हें जांच-परख लिया है. इसलिए वे दोबारा अब शासन में नहीं आने वाले हैं.
राजद सुप्रीमो ने नीतीश पर केवल असत्य बोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री अखबारों के विज्ञापनों में अपना फोटो छपवाकर विकास का ढोंग रचने में लगे हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार के कार्यकाल में केंद्र सरकार की राशि से बिहार में जो सड़कें बनी उसका बिना प्रक्रिया का पालन करते हुए निर्धारित दर से पचास प्रतिशत अधिक पर स्टीमेट बनाने का ठेका आंध्र प्रदेश की एक ऐसी कंपनी को दिया गया, जिसके पास अपना आधारभूत संरचना भी नहीं है. {mospagebreak}
लालू ने इसमें बडे पैमाने पर राशि का बंदरबांट किए जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार में परिवहन विभाग में घोटाले का एक मामला शीघ्र ही उजागर होने वाला है, जिसमें विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों ने फर्जी रसीद छपवाकर करोडों रुपये का घपला किया है. लालू ने राजद शासनकाल के दौरान केंद्र की राजग सरकार में मंत्री रहते हुए नीतीश पर बिहार की आर्थिक मदद नहीं करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने अपने रेल मंत्रित्वकाल में बिहार में 39 रेल ओवर ब्रिज स्वीकृत किए और रेल से जुडे 55 हजार करोड़ रुपये की योजनाएं देने का दावा किया.
राजद सुप्रीमों लालू प्रसाद ने कहा कि नीतीश सरकार के कार्यकाल के दौरान पटना में अपार्टमेंट बनाने का का काम धड़ल्ले से हो रहा है और उसमें अधिकांश फ्लैट नौकरशाहों ने गलत कमाई से खरीदे हैं और राजद-लोजपा के सत्ता में आने पर इसकी जांच करायी जाएगी.
प्रदेश की राजग सरकार कार्यकाल में शिक्षा व्यवस्था के चौपट होने का आरोप लगाते हुए लालू ने कहा कि प्रदेश में मध्य एवं उच्च सरकारी स्कूलों में बच्चों को कंप्यूटर की शिक्षा देने के लिए करीब 1700 करोड़ रुपये की लागत से कंप्यूटर खरीदे गये पर एक भी चालू नहीं है जिसके कारण बेहतर और उच्च शिक्षा के लिए अन्य राज्यों पर प्लायन करने को मजबूर होना पड़ रहा है. {mospagebreak}
उन्होंने आरोप लगाया कि नीतीश सरकार ने सत्ता में आने के समय गरीबों को बिजली दिए जाने का वादा किया था पर बिहार के गांव जिला मुख्यालय में भी नीतीश कार्यकाल में लोगों को बिजली नहीं उपलब्ध हो रही है, वहीं बड़े-बड़े लोहे के व्यवसायी अवैध रूप से बिजली का उपभोग कर रहे हैं. राजद सुप्रीमों ने कहा कि बिहार में राष्ट्रीय राजमार्गों को छोड़ दें तो सड़कों की स्थिति ऐसी है कि आम लोग उसपर टमटम से भी सफर नहीं कर सकते.
लालू ने नीतीश पर समाज में उनके खिलाफ नफरत फैलाकर सत्ता में आने का आरोप लगाया और कहा कि बिहार में उनके गठबंधन के सत्ता में आने पर उच्च जाति के लोगों को नौकरी में 10 प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा तथा अल्पसंख्यक समुदाय से किसी को उपमुख्यमंत्री बनाए जाने की बात खारिज नहीं हुई है इसको लेकर लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान और वे सही समय पर सही निर्णय लेंगे.
उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य बेहतर बिहार और राष्ट्रीय मानचित्र पर बिहार को ले जाना और उसे स्थापित करना है. राजद सुप्रीमों ने कहा कि जदयू सांसदों को आज दिल्ली में रहने वाले बिहार वासियों की कोई फिक्र नहीं. उन्होंने कहा कि बोली एवं भाषण से नहीं बल्कि आचरण में यह दिखना चाहिए वे बिहार और यहां के लोगों के लिए कितने चिंतित हैं.