हाल ही में ममता बनर्जी की तरफ से पार्टी वर्कर्स के लिए कुछ चौंकाने वाले फरमान सामने आए हैं. ममता बनर्जी ने हिदायत दी है कि चुनाव प्रचार के दौरान महिलाएं लिपस्टिक न लगाएं. जहां अन्य पार्टियां इसे चुनावी स्टंट बता रही हैं, वहीं टीएमसी में भी इसको लेकर अलग-अलग राय सामने आ रही है. वैसे दिल्ली में पार्टी के स्टार उम्मीदवार विश्वजीत ममता की 'हां में हां' मिलाते नजर आ रहे हैं.
अनुशासन से लिपिस्टक और साड़ी की मैचिंग की बिंदी से क्या लेना हो सकता है? आप भी सोच में पड़ गए होंगे कि ये कैसा सवाल है. लेकिन हाल ही में ममता दीदी ने अपने वर्कर्स को आगाह किया है कि चुनाव तक वे फैशन से दूर रहें, लिपस्टिक न लगाएं, साड़ी से मैच करती बिंदी भी न लगाएं.
वहीं पुरुषों को भी शराब से दूर रहने को कहा गया है. पार्टी का कहना है कि चुनाव के दौरान अनुशासन बरतना जरूरी है, खासकर ऐसे समय में, जब ममता बनर्जी की नजरें दिल्ली की सियासत पर जमी हुई है.
वैसे बंगाल में इस फरमान का असर हो या न हो, पर दिल्ली में टीएमसी के स्टार उम्मीदवार विश्वजीत इससे पूरी तरह से सहमत नजर आते हैं. विश्वजीत कहते हैं कि फैशन कर प्रचार के लिए निकलने की क्या जरूरत है? वे ममता दीदी की बात से सहमत हैं.
दूसरी पार्टियां इसे सिर्फ चुनाव स्टंट ही बता रही हैं. नेताओं का तो यहां तक कहना है कि ममता के इस बयान पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है, ये तो फतवा है.
बीजेपी नेता मुख़्तार अब्बास नकवी ने कहा, 'ममता जी को लगता है कि वो हर बात से ऊपर हैं. चुनाव में ऐसी बातों का कोई असर नहीं पड़ता है.'
समाजवादी पार्टी के नेता नरेश अग्रवाल ने कहा, 'अब महिला आयोग इस पर कार्रवाई क्यों नहीं करता? ये को फतवा जारी किया गया है.'
बाहर तो छोड़िए, टीएमसी के अंदर ही वर्कर्स में इस भी इस फरमान को लेकर फूट सामने आ रही है. कुछ वर्कर्स कहते है कि दीदी ने जो किया, ठीक है. कुछ का कहना है कि शराब की बात तो समझ में आती है, लेकिन महिलाओं के लिए जो कहा गया, वह ठीक नहीं है.
बहरहाल, चुनाव के दौरान इस तरह की बातें सामने आना हास्यास्पद तो है ही, साथ ही ये फरमान बहुत-सी महिलाओं को आहत भी कर रहा है.