हरियाणा में मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर मुक़ाबला दिलचस्प हो गया है. इंडियन नेशनल लोकदल के नेता ओमप्रकाश चौटाला दिल्ली रवाना हो चुके हैं. ख़बर है कि उन्होंने राज्यपाल से मुलाक़ात कर अपील की है कि विपक्ष को सरकार बनाने का मौक़ा दिया जाए. चौटाला ने कल रात ही राज्यपाल को अपनी चिठ्ठी सौंपी. चिठ्ठी में उन्होंने दलील ये दी है कि कांग्रेस के पास सरकार बनाने लायक बहुमत नहीं है.
50 विधायकों के समर्थन का दावा
ओमप्रकाश चौटाला ने ने 90 विधानसभा सीट वाले सदन में 50 विधायकों के समर्थन का दावा किया है. पांच बार मुख्यमंत्री रह चुके चौटाला इस बार फिर मुख्यमंत्री बनने की चाहत रखते हैं. चौटाला का कहना है कि राज्यपाल को पहले विपक्षी पार्टियों को सरकार बनाने का न्योता देकर सरकार बनाने का मौका देना चाहिए. चौटाला ने कहा, 'हम राज्यपाल से अनुरोध करते हैं कि वे विपक्षी पार्टियों को सरकार बनाने का न्योता दे. भूपेंद्र सिंह हुड्डा को नैतिक आधार पर पीछे हट जाना चाहिए और कांग्रेस को सरकार बनाने का दावा नहीं करना चाहिए.'
आईएनएलडी ने की जोरदार वापसी
हरियाणा के नतीजे बेहद चौंकाने वाले रहे हैं. कुल 90 सीटों में कांग्रेस के हिस्से आई हैं 40 सीटें. आईएनएलडी 31, भजनलाल के बेटे कुलदीप विश्नोई की पार्टी हरियाणा जनहित कांग्रेस 6, बीजपी 4, बीएसपी 1, अन्य 1 और निर्दलीय सात सीटों पर विजयी हुए हैं. तमाम कयासों को खारिज करते हुए आईएनएलडी ने प्रदेश में जोरदार वापसी की है. ऐसे में वो आसानी से कांग्रेस की सरकार नहीं बनने देगी. उधर, भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बहुमत के लिए कम पड़ रही 6 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों का समर्थन जुटाकर सरकार बनाने का दावा किया है.