आज तक ने मंगलवार को 'ऑपरेशन वोट' में दिखाया कि कैसे बूथ अधिकारी ही फर्जी वोट के खेल में शामिल हैं. कैसे चुनाव अधिकारियों और बाबुओं की आंखों के नीचे फर्जी वोट बनाए जा रहे हैं और आपके अनमोल वोट की नीलामी हो रही है. हमारे कार्यक्रम का असर ये हुआ कि चुनाव आयोग ने स्टिंग की सीडी जांच के लिए मंगवा ली. इतना ही नहीं, गुड़गांव की एक अदालत ने वहां के मंत्री सुखबीर कटारिया के खिलाफ मामला दर्ज करने का आदेश भी दे दिया. आज हम 'ऑपरेशन वोट' के पार्ट-2 का खुलासा कर रहे हैं.
'ऑपरेशन वोट-2' में खुलासा हुआ है कि फर्जी वोट के खेल में कुछ निजी कंपनियां भी शामिल हैं. ये कंपनियां हर वोट पर एक मोटी रकम लेकर आपके नाम हजारों वोट करने का दावा करते हैं. ऐसी कंपनियों को फर्जी वोट बनाने का ठेका दिया जाता है. ऐसी ही एक कंपनी के डायरेक्टर अरविंद शर्मा आज तक के खुफिया कैमरे पर ऐसे दावे करते कैद हुए.
अरविंद की कंपनी को नोएडा में वोट बनाने का ठेका सरकार ने दिया है. अरविंद के मुताबिक उनकी कंपनी को वोट का लेखा-जोखा यानी डाटा एंटरिंग का काम दिया गया है.
हमारे अंडरकवर रिपोर्टर्स को सूत्रों से पता लगा कि वोट बनाने का ठेका जिन कंपनियों को दिया गया है, वहां भी फर्जी वोट बनाने की धांधली धड़ल्ले से चल रही है. लिहाजा हमारे रिपोर्टर ने अरविंद शर्मा से थोक के भाव वोट बनाने की डील की. बिना किसी हिचक के अरविंद शर्मा ने न सिर्फ वोट बनाने के लिए हामी भर दी बल्कि हर वोट के लिए पांच सौ रुपये का रेट भी बता डाला.
चुनाव का मौसम है लिहाजा वोट बनाने की फसल जगह जगह काटी जा रही है. फसल काटने में अगर सरकारी अफसर आगे हैं तो प्राइवेट कंपनियां भी उनसे होड़ ले रही हैं.
-सपन गुप्ता और उमेश कुमार के साथ अक्षय सिंह, दिल्ली, आजतक