बिहार चुनाव की तारीखों का ऐलान होते ही देश का सियासी पारा गर्म हो चला है. आजतक ने ओपिनियन पोल के जरिए वोटरों का मिजाज टटोलने की कोशिश की है. आखिर यह PM मोदी का भी सबसे बड़ा टेस्ट साबित होने जा रहा है.
इंडिया टुडे ग्रुप और CICERO ने 1 सितंबर से लेकर 5 सितंबर के बीच ओपिनियन पोल कराया. बिहार के कुल 243 विधानसभा क्षेत्रों में से 81 पर वोटरों का मत लिया गया. 321 पोलिंग स्टेशन से 5968 सैंपल लिए गए.
सबसे बेहतर मुख्यमंत्री कौन?
जनता से सवाल पूछा गया कि बिहार में सबसे बेहतर सीएम कौन? इसके जवाब में 29 फीसदी लोगों ने नीतीश कुमार को पहली पसंद बताया. सुशील मोदी को 19 फीसदी, लालू प्रसाद को 12 फीसदी, रामविलास पासवान को 7 फीसदी, जीतनराम मांझी को 6 फीसदी, जबकि राबड़ी देवी को 2 फीसदी लोगों ने बेहतर सीएम उम्मीदवार बताया.
चिराग पासवान सबसे लोकप्रिय युवा नेता
लोगों से सवाल पूछा गया कि बिहार में सबसे लोकप्रिय युवा नेता कौन हैं? इसके जवाब में चिराग पासवान को सबसे ज्यादा 18 फीसदी लोगों ने पहली पसंद बताया. इसमें पप्पू यादव को 10 फीसदी, तेजस्वी यादव को 10 फीसदी, राहुल गांधी को 8 फीसदी, शाहनवाज हुसैन को 7 फीसदी, मीसा भारती को 6 फीसदी और तेज प्रताप यादव को 6 फीसदी वोट मिले.
48 फीसदी ने माना, DNA पर सवाल उठाना बेकार
एक सवाल किया गया कि क्या DNA पर सवाल उठाना सही कदम था? इसके जवाब में 48 फीसदी लोगों ने माना कि DNA पर सवाल उठाना गलत था.
किसको कितनी सीटें मिलेंगी?
ओपिनियन पोल के नतीजे के मुताबिक, इस बार बिहार में NDA की सरकार बनती नजर आ रही है. सर्वे के मुताबिक, NDA को 120-130 सीटें, JDU+ को 102-110 सीटें, जबकि अन्य को 10-14 सीटें मिल सकती हैं.
आजतक ने पटना में एक कार्यक्रम आयोजित करके प्रदेश के दिग्गज सियासी नेताओं के साथ-साथ जनता की भी राय ली.