Panchayat Aaj Tak Rajasthan 2023: राजस्थान विधानसभा चुनावों में कुछ ही महीने का समय बचा है. इसे लेकर आजतक राजस्थान पंचायत का मंच भी यहां सजा हुआ है. इस दौरान 'राजस्थान के रंग कवियों के संग' कार्यक्रम में गीत संगीत और हास्य के माध्यम से राज्स्थान की संस्कृति को समझने की कोशिश की गई. इस दौरान राजस्थान की माटी के कई लोकप्रिय हास्य कवि सपना सोनी, विनीत चौहान, कुमार मनोज, स्वाति खुशबू शामिल हुए.
हास्य कवयित्री स्वाति खुशबू ने बताया कि राजस्थान से मेरा नाता पुराना है. यहां आना हमेशा घर आने जैसा है. राजस्थान के पर्यटन की बात हो और थार को भूल जाएं, ऐसा हो नहीं सकता.
उन्होंने गीत के माध्यम से राजस्थान के पर्यटन की प्रशंसा करते हुए कहा कि गीत प्यार के छंद बहुत हैं, चलो थार के मेले में, मधुकर हित मकरंद बहुत हैं चलो थार के मेले में. जीवन से लड़ने वाले इन योद्धाओं के जीवन में, आनंद ही आनंद बहुत है, चलो थार के मेले में.
हास्य कवि पवन अग्रि ने राजस्थान की संस्कृति को आगामी विधानसभा चुनाव से जोड़कर अपनी कविता में पिरोया. उन्होंने कविता में कहा कि उठाकर कौन किसके सियासी आंगन में लेटेगा. ये राजस्थानी ऊंट है, ना जाने किस करवट बैठेगा. ना जाने कौन किस करवट बैठेगा, झीलों की नगरी है और सूरज का प्रदेश है. राजस्थान अपने आप में एक पूरा देश है.
कवयित्री सपना सोनी ने राजस्थान से अपना संबंध बताते हुए कहा कि राजस्थान मेरा ससुराल है. यूं तो मैं यूपी से ताल्लुक रखती हूं. ये वो धरा है, जहां से मुझे कविता का पुष्प और पल्लवित जीवन मिला है. मैं दौसा शहर से आती हूं.
उन्होंने राजस्थान के लिए चार पंक्तियां पढ़ते हुए कहा कि राजस्थानी गंध सुहानी लाई हूं, ज्वाहर, ज्वाला, हाड़ा रानी लाई हूं, राणा सांगा, पन्ना दाई, महाराणा, मैं मीरा की अमर कहानी लाई हूं. मैं मीरा अमर कहानी लाई हूं.