पंचायत आज तक में वाराणसी के मेयर रामगोपाल मोहले ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग की कमी से स्थानीय विकास नहीं हो पाया है. उन्होंने कहा कि नगर निगम के पास शक्तियों की कमी है जिसके चलते यहां विकास की स्थिति खराब है.
पंचायत आज तक के दूसरे सत्र 'विकास से दूर वाराणसी- जिम्मेदार कौन?' में मोहले ने कहा, 'नगर निगम की विकास योजनाआों में किसी की सहभागिता नहीं है. 74वां संविधान संशोधन लागू नहीं है जिससे हमें अधिकार मिल सकते हैं. संसाधनों की कमी है. जितने संसाधन थे उतना विकास मैंने किया है.
वाराणसी के पूर्व सांसद राजेश कुमार मिश्रा
राजेश कुमार मिश्रा ने कहा कि बीजेपी ने यहां का चुनाव सांप्रदायिक कर दिया है. बनारस की कला सरकारी मदद की मोहताज नहीं है. पिछले चुनाव में मुरली मनोहर जोशी को पीएम उम्मीदवार बनाकर वोट मांगा गया था.'
के के मिश्रा, प्रोफेसर, बीएचयू, एच ओ डी, राजनीति विज्ञान
के के मिश्रा ने कहा कि बनारस में रहने वाले लोगों के दर्द को समझने की जरूरत है. यहां के बुद्धिजीवी सो रहे हैं. उद्योग दम तोड़ रहे हैं. यहां की पहचान वाला कौशल खत्म हो रहा है. बुद्धिजीवी केवल विचार तक रह गए हैं. वो बनारस के लिए कुछ नहीं कर पा रहे हैं.
मिश्रा ने कहा कि बीएचयू भटकाव का गढ़ बन गया है. यहां जातिवाद नहीं है. बीएचयू की खराब हालत पर उन्होंने कहा कि यहां सुधार के लिए सोच की जरूरत है.
अशोक कपूर, अध्यक्ष, कला प्रकाश
अशोक कपूर ने कहा कि ऐसा नहीं है कि बुद्धिजीवी सोये हुए हैं. केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग में कमी है.