जम्मू-कश्मीर में सरकार गठन को लेकर सियासी रस्साकशी अब सहमति के अंतिम पड़ाव पर है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि अगले 10 दिनों में प्रदेश में नई सरकार का गठन हो जाएगा. पीडीपी और बीजेपी दोनों बड़ी पार्टियां आपसी तालमेल के साथ गठबंधन की सरकार बनाने को तैयार हो गए हैं. खबर है कि इसके लिए फॉर्मूला तय हो गया है और न्यूनतम साझा कार्यक्रम के तहत ड्राफ्ट भी तैयार कर लिया गया है.
जानकारी के मुताबिक, अंतिम मुहर के लिए सरकार गठन के इस ड्राफ्ट को दिल्ली भेज दिया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व की रजामंदी के बाद सरकार बनाने की औपचारिकता पूरी कर ली जाएगी. बताया जाता है कि 7 फरवरी को होने वाले राज्यसभा चुनाव में भी पीडीपी अपने नए साथी बीजेपी को समर्थन देगी.
गौरतलब है कि अभी कुछ दिन पहले ही गृह मंत्री राजनाथ सिंह और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने भी स्पष्ट कर दिया था कि जम्मू-कश्मीर में जल्द ही सरकार का गठन हो जाएगा. बीते दिनों दोनों पार्टियों के बीच आखिरी दौर की बातचीत चल रही थी और बीजेपी नेताओं ने इस अहम वार्ता की जानकारी राज्यपाल एनएन वोहरा को भी दी थी.
बीजेपी की ओर से 28 जनवरी को जिन नेताओं ने राज्यपाल से मुलाकात की, उनमें पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव, प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष और सांसद जुगल किशोर व बिल्लावर से MLA निर्मल सिंह शामिल हैं. इन नेताओं ने राज्यपाल से मिलकर बताया कि सरकार गठन की दिशा में उनकी PDP से बातचीत किस स्तर तक पहुंची है.
इससे पहले, PDP ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में अगली सरकार न्यूनतम साझा कार्यक्रम के आधार पर बनेगी. पार्टी ने संकेत दिया कि सरकार बनने का ऐलान जल्द हो सकता है.
जम्मू-कश्मीर में 87 विधानसभा सीटों के लिए नवंबर-दिसंबर में हुए चुनाव में किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला था. इसके बाद सरकार गठन को लेकर संकट खड़ा हो गया. सरकार न बनने की स्थिति में 9 जनवरी से राज्य में राज्यपाल शासन लागू हो गया. जम्मू-कश्मीर संविधान की धारा-92 के तहत छह माह के लिए राज्यपाल शासन लागू कर दिया.
चुनाव में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी 28 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर सामने आई. बीजेपी 25 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही. नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 15 और कांग्रेस ने 12 सीटें जीतीं.