देश के 14वें प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का कार्यकाल समाप्त होने जा रहा है. उनके साथ काम करने वाले अधिकारियों के मुताबिक, पीएम इन दिनों रोजाना 11 घंटे काम कर रहे हैं.
चुनाव कार्यक्रम की घोषणा होने के साथ ही आदर्श आचार संहिता लागू हो चुकी है और आधिकारिक कार्यक्रमों की संख्या घटकर काफी कम रह गई है. जानकार अधिकारियों का कहना है कि मनमोहन सिंह काफी अधिक काम निपटाने में लगे हुए हैं.
प्रधानमंत्री कार्यालय के एक सीनियर अधिकारी ने कहा, 'पीएम के ऊपर काफी काम है. वे रोज 11 घंटे काम करते हैं.'
अधिकारी ने कहा, 'प्रधानमंत्री सुबह 9.30 बजे अपना काम शुरू करते हैं. वे लंच तक आधिकारिक बैठकें करते हैं. इसके बाद वे फिर चार बजे से शाम 7.30 बजे तक काम करते हैं.'
दिनभर का काम खत्म करने के बाद प्रधानमंत्री से राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन और संचार सलाहकार पंकज पचौरी मिलते हैं.
एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अभी तक प्रधानमंत्री को 8 स्थानों से चुनाव प्रचार अभियान में हिस्सा लेने का भी अनुरोध किया गया है. अधिकारी ने कहा, 'अनुरोध कर्नाटक, असम, हरियाणा और राजस्थान से आए हैं. टिकटों के बंटवारे का काम समाप्त हो जाने के बाद वे प्रचार अभियान में हिस्सा लेंगे.'
ऑक्सफोर्ड और कैंब्रिज में शिक्षा पाए मनमोहन सिंह मई, 2004 से प्रधानमंत्री हैं. 81 वर्षीय प्रधानमंत्री ने पहले ही घोषित कर दिया है कि वे 2014 के आम चुनाव के बाद पद छोड़ देंगे.
अधिकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री ने अब तक यह नहीं बताया है कि वे पद छोड़ने के बाद कौन-सा काम हाथ में लेंगे.
मनमोहन सिंह 1971 में वाणिज्य मंत्रालय में आर्थिक सलाहकार के तौर पर सरकार से जुड़े थे. वे वित्त मंत्रालय के सचिव, योजना आयोग के उपाध्यक्ष, भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर, प्रधानमंत्री के सलाहकार और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) के अध्यक्ष जैसे कई पदों पर रहे हैं.
अधिकारी ने कहा कि पद छोड़ने के बाद वे 3, मोतीलाल नेहरू मार्ग आवास में रहेंगे, जहां पहले दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित रहती थीं.