प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को असम में एक रैली के दौरान कहा कि केंद्र सरकार देश के कई हिस्सों में सूखे का स्थायी समाधान करने के क्रम में शुष्क कृषि भूमि की सिंचाई के लिए योजना पर काम कर रही है.
बड़ी योजना पर काम कर रही केंद्र सरकार
मोदी ने कहा, ‘हम खेतों में पानी लाने के लिए बड़ी योजना पर काम कर रहे हैं. हमें सूखे का स्थायी समाधान करना होगा.’ महाराष्ट्र , आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, उत्तरी कर्नाटक, दक्षिण-पश्चिमी उत्तर प्रदेश भारी जल संकट का सामना कर रहे हैं और हाल के समय में सैकड़ों किसानों ने आत्महत्या की है. मोदी ने कहा कि पूर्वी भारत दूसरी कृषि क्रांति का साक्षी बनेगा.
18 हजार गांवों तक पहुंचेगी बिजली
उन्होंने कहा, ‘बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, असम और पूर्वोत्तर में यह क्रांति होगी. हम इस दिशा में काम कर रहे हैं.’ प्रधानमंत्री ने कहा कि एनडीए सरकार अगले 1,000 दिनों में करीब 18,000 गांवों तक बिजली पहुंचाएगी.
बह्मपुत्र के बावजूद नहीं है पीने को पानी
पीएम ने कहा, ‘असम में करीब 3000 गांवों में बिजली के खंभे नहीं हैं. बीते तीन-चार महीने में पूरे भारत में 900 गांवों तक बिजली पहुंचाई गई है. शेष गांवों में आने वाले दिनों में यह काम होगा.’ असम में कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि ब्रह्मपुत्र जैसी नदी होने के बावजूद राज्य के लोग पेयजल की कमी का सामना कर रहे हैं.
उन्होंने कहा ‘समय आ चुका है कि इनको न सिर्फ दंडित किया जाए, बल्कि राज्य से इनके कुशासन का सफाया भी कर दिया जाए.’ महंगाई के बारे में बात करते हुए मोदी ने कहा कि यह समय की मांग है कि इस समस्या का समाधान किया जाए नहीं तो असम विकसित नहीं हो सकता.