प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कश्मीर के सांबा में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर अंगुली दबाना, एके-47 चलाने से अधिक कारगर है. मोदी ने राज्य विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण में भारी मतदान के लिए जम्मू एवं कश्मीर के मतदाताओं की प्रशंसा की और कहा, 'आपके पास भी शक्ति है, (ईवीएम पर) एक अंगुली दबाने की शक्ति, और आपकी अंगुली की शक्ति किसी एके-47 की शक्ति से ज्यादा शक्तिवान है.'
मोदी ने कहा, 'इसी कारण मैं आज आपसे अपील करने आया हूं कि जम्मू एवं कश्मीर में भारतीय जनता पार्टी की एक बहुमत वाली सरकार बनाएं. हम सब एक हैं और हम विकास की एक नई राजनीति को लेकर आगे बढ़ेंगे.'
मोदी ने कहा, 'यहां सिर्फ एक मंत्र है- विकास, जो युवाओं को रोजगार के अवसर मुहैया कराएगा.' उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, 'आपके पास एके-47 से ज्यादा ताकत है. मुझे अलगाव नहीं चाहिए. एकजुटता चाहिए. विकास की राजनीति को आगे बढ़ाने की जरूरत है. आपने बैलेट से बुलेट को पराजित कर दिया है. यहां के युवाओं के पास एके-47 नहीं, बल्कि उनके हाथों में कम्प्यूटर और एंड्रॉयड वन होना चाहिए.' पीएम ने कहा कि हिंदुस्तान के जिस कोने में भी जाऊंगा, जम्मू-कश्मीर की जय-जयकार करूंगा.'
उपस्थित जनसमूह से एक मजबूत और स्थिर सरकार चुनने का आग्रह करते हुए मोदी ने आश्वस्त किया कि उन्हें जो प्यार मिल रहा है उसे वह विकास के जरिए सूद सहित लौटा देंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षियों पर निशाना साधते हुए कहा, 'कांग्रेस वाले बड़े चतुर लोग हैं. जनता हिसाब मांगती है तो भाग जाते हैं. जनता के साथ द्रोह करने वालों को कोई जगह नहीं मिलनी चाहिए. देश को वंशवाद से मुक्ति नहीं दिलाएंगे तो लोकतंत्र का सच्चा फल नहीं खा पाएंगे.'
मोदी दिन भर के लिए सोमवार को जम्मू पहुंचे. वह यहां राज्य विधानसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार करने आए हैं.
सांबा में रैली को संबोधित करने के बाद प्रधानमंत्री श्रीनगर पहुंचेंगे. यहां शेर-ए-कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में रैली को संबोधित करेंगे.
रैली को देखते हुए घाटी में चप्पे चप्पे पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. सुरक्षा का आलम यह है कि परिंदा भी पर न मार सके . स्टेडियम के आसपास का इलाका सील कर दिया गया है. और चारों तरफ भारी संख्या में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं.
वहीं रैली स्थल यानी स्टेडियम के चारों तरफ सेना का कड़ा पहरा है. तलाशी अभियान में खोजी कुत्तों की मदद ली जा रही है और आसपास के पेड़ों पर भी गहन जांच की जा रही है.
इससे पहले घाटी में मतदान को प्रभावित करने के लिए आतंकियों ने एक बार फिर नापाक कोशिश की. आतंकियों ने पुलवामा में ग्रेनेड ब्लास्ट को अंजाम दिया. रविवार को हुए इस ब्लास्ट में सेना का एक जवान घायल हो गया.
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर में 9 दिसंबर को तीसरे दौर की वोटिंग होनी है. इससे पहले हुए दो चरणों के चुनाव में जम्मू-कश्मीर में 70 फीसदी से भी ज्यादा पड़े वोट पड़े हैं.
लोकतंत्र के उत्सव में कश्मीरी की जनता की उत्साहजनक व्यापक भागीदारी को देखते हुए आतंकियों ने प्रधानमंत्री की रैली और तीसरे दौर के मतदान से पहले शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर में कई स्थानों पर हमले किए, जिनमें 11 सुरक्षाकर्मियों सहित 21 लोगों की जान गई.
बारामूला जिले के उरी में सेना के एक शिविर पर हमले में एक लेफ्टिनेंट कर्नल सहित 11 सुरक्षाकर्मी मारे गए. इसके साथी ही श्रीनगर के त्राल और शोपियां में कई हमले हुए.