हिंसा की छिटपुट घटनाओं और चुनाव में बाधा डालने की नक्सली धमकियों के बीच छत्तीसगढ़ के आठ नक्सल प्रभावित जिलों के 18 विधानसभा क्षेत्रों में पहले चरण के मतदान में सोमवार को 67 फीसदी से अधिक मतदान दर्ज किया गया.
धमकियों के बावजूद लोगों में मतदान के प्रति काफी उत्साह
उप चुनाव आयुक्त आर बालाकृष्णन ने मतदान की समाप्ति के बाद नयी दिल्ली में बताया कि नक्सलियों के बहिष्कार और धमकियों के बावजूद लोगों में मतदान के प्रति काफी उत्साह देखा गया. उन्होंने बताया कि पहले चरण के मतदान में तकरीबन 67 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया और यह आंकड़ा अंतिम नहीं है.
2008 में इन 18 सीटों पर मतदान का प्रतिशत 66.85 रहा था
राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुनील कुजूर ने रायपुर में बताया कि राज्य के नक्सल प्रभावित बस्तर और राजनांदगांव क्षेत्र की 13 सीटों पर सोमवार तीन बजे तथा अन्य पांच सीटों पर शाम पांच बजे मतदान समाप्त हो गया. इस दौरान लगभग 67 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है. वर्ष 2008 के विधानसभा चुनाव में इन 18 सीटों पर मतदान का प्रतिशत 66.85 रहा था.
सबसे ज्यादा राजनांदगांव में मतदान
कुजूर ने बताया कि मतदान प्रतिशत के बारे में अभी प्रारंभिक जानकारी सामने आ रही है. हालांकि पूरी जानकारी मतदान दलों के वापस लौटने के बाद ही दी जा सकेगी. उन्होंने बताया कि सबसे ज्यादा राजनांदगांव में 79 फीसदी तथा सबसे कम बीजापुर में 24 फीसदी मतदान की जानकारी मिली है. वही राज्य के अन्य विधानसभा क्षेत्रों खैरागढ़ में 71, डोंगरगढ़ में 72, डोगरगांव में 76, खुज्जी 78, मोहला मानपुर में 75, अंतागढ़ में 58, भानुप्रतापपुर में 70, कांकेर में 76, केशकाल में 77, कोंडागांव में 78, नारायणपुर में 62, बस्तर में 60, जगदलपुर में 67, चित्रकोट में 61, दंतेवाड़ा में 67 और कोंटा में 40 फीसदी मतदान की खबर है.
दो मतदान केंद्रों में नहीं हो पाया मतदान
कुजूर ने बताया कि कांकेर जिले के अंतागढ़ विधानसभा क्षेत्र के दो मतदान केंद्रों छोटे पखांजूर और सीताराम में मतदान नहीं हो पाया इसलिए यहां दोबारा मतदान कराया जाएगा. वहीं राज्य के लगभग एक दर्जन मतदान केंद्र ऐसे हैं जहां एक भी मत नहीं डाले जाने की सूचना है. अधिकारी ने बताया कि राज्य के कांकेर जिले के अंतागढ़ विधानसभा क्षेत्र के कोयलीबेड़ा तहसील के पानीडोबीर गांव के दो मतदान केंद्रों का स्थान बदलकर गुडाबेडा गांव में किया गया था.
नक्सलियों ने की पुलिस दल पर गोलीबारी, एक जवान शहीद
इधर राज्य के पुलिस महानिदेशक रामनिवास ने बताया कि राज्य के दंतेवाड़ा जिले के कटेकल्याण क्षेत्र में नायानार गांव के करीब नक्सलियों ने पुलिस दल पर गोलीबारी कर दी, जिसमें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल का एक जवान शहीद हो गया. रामनिवास ने बताया कि घटना की जानकारी के बाद अतिरिक्त पुलिस दल घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया गया तथा वहां से जवान का शव बाहर निकाला गया.
भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद
पुलिस महानिदेशक ने बताया कि इससे पहले सुबह मतदान प्रारंभ होने से पहले कांकेर जिले के बांदे थाना क्षेत्र में एक जवान प्रेशर बम की चपेट में आ गया था जिसमें सहायक आरक्षक घायल हो गया है. उन्होंने बताया कि पुलिस ने बीजापुर के मुरकीनार क्षेत्र से 10 किलोग्राम का पाइप बम, दंतेवाड़ा जिले के मांगनार से आठ बम, कुंआकोंडा से दो बम, नारायणपुर के ओरछा क्षेत्र में एक टिफिन बम और कांकेर के बांदे थाना क्षेत्र से एक बम बरामद किया है. राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि नक्सलियों ने बीजापुर के मनकेली मतदान केंद्र में गोलीबारी की थी लेकिन सुरक्षा बलों के जवाबी कार्रवाई के बाद वे वहां से फरार हो गए. वहीं बस्तर क्षेत्र के अन्य जिलों से भी नक्सलियों द्वारा गोलीबारी की सूचना मिली है.
बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों के जवानों की तैनाती
राज्य में शांतिपूर्ण मतदान के लिए बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों के जवानों को तैनात किया गया है. रविवार को निर्वाचन दलों को मतदान केंद्रों के लिए रवाना कर दिया गया था. अब इन दलों की वापसी शुरू हो गई है.
मुख्यमंत्री रमन सिंह का भाग्य वोटिंग मशीन में बंद
पहले दौर के मतदान के साथ ही मुख्यमंत्री रमन सिंह, उनके मंत्रिमंडल के तीन सदस्य, जीरमघाटी हमले में शहीद पूर्व नेता प्रतिपक्ष महेंद्र कर्मा की पत्नी देवती कर्मा और इस हमले में शहीद पूर्व विधायक उदय मुदलियार की पत्नी अलका मुदलियार समेत 143 उम्मीदवारों का भाग्य इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों में बंद हो गया.
बाकी 72 सीटों पर 19 तारीख को वोटिंग
राज्य विधानसभा की बाकी 72 सीटों पर इस महीने की 19 तारीख को मतदान होगा. प्रथम चरण के मतदान के लिए कुल 4142 मतदान केंद्र बनाए गए थे. जिनमें से 1517 मतदान केंद्र संवेदनशील तथा 1311 मतदान केंद्र अति संवेदनशील थे. वहीं 2700 मतदान केंद्रों में कैमरा लगाया गया था.
1.35 करोड़ रुपए की नकदी जब्त
इस दौरान चुनाव ड्यूटी पर तैनात कर्मियों ने राज्य में 1.35 करोड़ रुपये की नकदी और अन्य सामान जब्त किया. इसके साथ ही 10.9 लाख रुपये मूल्य की 3,851 लीटर शरीब और 11 किलोग्राम मादक पदार्थ भी जब्त किए गए.
बालाकृष्णन ने बताया कि छत्तीसगढ़ में चुनावकर्मियों ने पेड न्यूज के कुल 16 मामलों का पता लगाया, जिनमें 13 पुष्ट मामले साबित हुए. चुनाव आयोग ने राज्य में स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करने के लिए पर्यवेक्षक तैनात किए थे और 70 स्थैतिक निगरानी दल भी तैनात किए गए थे.
पिछली बार इन 18 सीटों में से 15 पर बीजेपी और तीन पर कांग्रेस विजयी रही थी.