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लोकसभा चुनाव: पांचवे दौर में रिकॉर्डतोड़ मतदान, मणिपुर में 80, उड़ीसा में 70 फीसदी पड़े वोट

लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण के तहत गुरुवार को 12 राज्यों में 121 सीटों के लिए कराए गए मतदान में करीब 10 करोड़ मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. चुनाव अयोग ने कहा है कि हिंसा और झड़प की छिटपुट घटनाओं के बावजूद 1,767 प्रत्याशियों वाला यह चरण आम तौर पर शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया.

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लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण के तहत गुरुवार को 12 राज्यों में 121 सीटों के लिए कराए गए मतदान में करीब 10 करोड़ मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. चुनाव अयोग ने कहा है कि हिंसा और झड़प की छिटपुट घटनाओं के बावजूद 1,767 प्रत्याशियों वाला यह चरण आम तौर पर शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया. बिहार, झारखंड, ओड़िशा और उत्तर प्रदेश में विस्फोट समेत हिंसा की कुछ घटनाएं हुई जिसमें तीन सुरक्षाकर्मियों समेत चार लोग घायल हुए.

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गुरुवार को 11 घंटे तक चले मतदान में 19.1 करोड़ योग्य मतदाताओं में से करीब 50 फीसदी ने अपने मताधिकार का उपपयोग किया. सिर्फ मणिपुर में मतदान शाम 4 बजे ही समाप्त हो गया. पूरे दिन 2,25,387 मतदान केंद्रों पर पुरुष और महिला मतदाताओं की कतार लगी रही. केवल मध्य प्रदेश के भिंड और छत्तीसगढ़ के कांकेर में भीड़-भाड़ नहीं उमड़ी.

बंगाल, ओडिशा में बंपर वोटिंग
गुरुवार को जिन 12 राज्यों में मतदान हुआ उसमें सबसे अधिक पश्चिम बंगाल की चार लोकसभा सीटों पर सबसे अधिक मतदान का प्रतिशत रहा. वहां मतदान का प्रतिशत 78.89 फीसदी दर्ज किया गया और इसके और बढ़ने की संभावना है क्योंकि अंतिम आंकड़ों की गणना की जा रही है. मतदान का प्रतिशत फिलहाल पिछले लोकसभा चुनाव की तुलना में कम है. पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान इन सीटों पर मतदान का प्रतिशत 80.85 फीसदी रहा था.

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ओडिशा में 70 फीसदी वोटिंग हुई है. मणिपुर आंतरिक संसदीय सीट पर शानदार मतदान हुआ. वहां 74 फीसदी मतदान हुआ जो और बढ़ने की संभावना है. हालांकि, 2009 के लोकसभा चुनाव में वहां 77 फीसदी मतदान हुआ था. बिहार की सात संसदीय सीटों पर 56 फीसदी मतदान हुआ. पिछले आम चुनाव में वहां मात्र 39.3 फीसदी मतदान हुआ था.

पांचवें चरण में छत्तीसगढ़ की तीन सीटों पर मतदान हुआ. मतदान का प्रतिशत काफी प्रभावशाली रहा. वहां 63.44 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. पिछले लोकसभा चुनाव में इन संसदीय क्षेत्रों में 57.60 फीसदी मतदान हुआ था.

मतदान के आखिर में सत्ताधारी कांग्रेस और विपक्षी बीजेपी ने अपनी-अपनी जीत के दावे किए. कांग्रेस ने भाजपा के पक्ष में 'मोदी लहर' के दावे को खारिज किया. गुरुवार को हुए मतदान में देश का एक बड़ा हिस्सा शामिल रहा. इस चरण में जम्मू-कश्मीर से लेकर कर्नाटक तक और महाराष्ट्र से लेकर पश्चिम बंगाल तक का इलाके में मतदान हुआ. इसी चरण में कर्नाटक के सभी 28 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान कराया गया है. इसके अलावा बिहार (सात सीट), झारखंड (छह), उत्तर प्रदेश (11 सीट), पश्चिम बंगाल (4 सीट), छत्तीसगढ़ (तीन सीट), जम्मू-कश्मीर (एक सीट), मध्य प्रदेश (10 सीट), महाराष्ट्र (19 सीट), मणिपुर (एक सीट), ओडिशा (11 सीट), राजस्थान (20 सीट) के लिए मतदान हुआ है.

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अब तक 232 सीटों पर मतदान
ओडिशा में लोकसभा के साथ-साथ राज्य विधानसभा की 79 सीटों के लिए मतदान और पश्चिम बंगाल में विधानसभा की दो सीटों के लिए उपचुनाव कराया गया है. गुरुवार को हुए मतदान के साथ ही लोकसभा की 543 में से 232 पर मतदान का कार्य पूरा हो गया है.

भाजपा ने गुरुवार को जिन सीटों पर मतदान कराया गया है, उनमें से अधिकांश पर अपनी जीत का दावा किया है. राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने जयपुर में कहा, 'हम राजस्थान की सभी 25 सीटों पर जीत दर्ज करने जा रहे हैं'.

अपनी-अपनी जीत के दावे
पूर्व केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार ने कर्नाटक में भाजपा के बेहतर प्रदर्शन का विश्वास व्यक्त किया है. राज्य में कांग्रेस की सरकार है और भाजपा विपक्षी पार्टी है. केंद्रीय मंत्री सुशील कुमार शिंदे और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भाजपा के दावे को खारिज किया है. मध्य प्रदेश के गुना में मतदान करने के बाद सिंधिया ने कहा, "कहीं भी मोदी की लहर नहीं है।" शिंदे ने शोलापुर में कहा, "यहां कोई मोदी लहर नहीं है, केवल शिंदे लहर है।"

इस चरण के प्रमुख प्रत्याशियों में गुलाम नबी आजाद (उधमपुर), मेनका गांधी (पीलीभीत), शत्रुघ्न सिन्हा (पटना साहिब), जसवंत सिंह (बाड़मेर), एम. वीरप्पा मोइली (चिक्कबल्लपुर), अनंत कुमार और नंदन नीलेकणि (बेंगलुरू दक्षिण), मीसा भारती (पाटलीपुत्र), सचिन पायलट (अजमेर), बूटा सिंह (जालौर), अशोक चव्हाण (नांदेड़), गोपीनाथ मुंडे (बीड़), सुप्रिया सुले (बारामती), वी. बालकृष्णन (बेंगलुरू सेंट्रल), बी.एस. येदियुरप्पा (शिमोगा), और एस.एस. आहलुवालिया और बाइचुंग भूटिया (दार्जिलिंग) हैं. सुचारु मतदान के लिए 13,79,450 मतदान कर्मियों की तैनाती की गई थी.

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